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कन्नौज में ट्रक व डबल डेकर टूरिस्ट बस की टक्कर में 35 यात्रियों की मौत
By Deshwani | Publish Date: 11/1/2020 9:06:33 PM
कन्नौज में ट्रक व डबल डेकर टूरिस्ट बस की टक्कर में 35 यात्रियों की मौत

★प्रत्येक मृतक के परिवार को दो लाख और घायलों को 50 हजार रु. की आर्थिक मदद का ऐलान
★ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर जताया गहरा दुख
★फॉरेंसिक टीम को जांच में मिले कई शव
★अस्पताल में घायल मुसाफिरों के चहेरे पर दिखा हादसे का खौफ 


कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज-मैनपुरी जनपद की सीमा पर शुक्रवार की रात एक ट्रक व डबल डेकर टूरिस्ट बस की टक्कर हो गई। भीषण टक्कर के बाद दोनों ही वाहनों में आग लग गई। इस बीच बस में सवार मुसाफिर आग में फंस गए और कम से कम 35 लोग जिंदा जल कर मौत की आगोश में समा गए। पुलिस व दमकल ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर आग पर काबू पाया।

राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी शोक संवेदना ट्वीट की, “उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुए भीषण सड़क हादसे के बारे में जानकर अत्यंत दुख पहुंचा है। इस दुर्घटना में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।“ हादसे की गंभीरता को देखते हुए रात के अंधेरे में फॉरेंसिक टीम ने सर्च लाइटों के जरिए पूरी तरह से जल चुकी बस की जांच शुरू कर साक्ष्यों के साथ मरने वालों की सही संख्या का पता लगाना शुरू कर दिया।

फर्रुखाबाद जिले के कादरी गेट, लाल गेट के पास विमल चतुर्वेदी की ‘चतुर्वेदी बस सर्विस’ नाम से टूरिस्ट बसें चलाई जाती हैं। यहां पर फर्रुखाबाद से दिल्ली, जयपुर व अन्य जगहों के लिए यात्रियों को बस सेवा दी जाती है। शुक्रवार को यहां से जयपुर जाने के लिए मुसाफिरों से भरी डबल डेकर स्लीपर बस रवाना हुई। रास्ते में गुरसहायगंज से 26 व छिबरामऊ से 11 सवारियों को लेकर बस जैसे ही आगे बढ़ी तभी पांच किलोमीटर दूर मैनपुरी जनपद के बेवर सीमा से पूर्व छिबरामऊ विकास खण्ड के ग्राम घिलोई के पास एनएच-91 (जीटी रोड) पर मौत बनकर सामने से आए ट्रक से भीषण टक्कर हो गई।

टक्कर के बाद पलक झपकते ही दोनों ही वाहनों में आग लग गई और चीख पुकार मच गई। राहगीरों और ग्रामीणों की भीड़ जब तक मौके पर पहुंचती, बस में आग से घिरे कुछ यात्रियों ने जान बचाने के लिए खिड़कियां तोड़कर कूदना शुरू कर दिया। इस बीच आग के सम्पर्क में आते ही बस का डीजल से भरा टैंक तेज धमाके से फट गया और बस पूरी तरह से आग का गोला बन गई,। कई महिलाएं, बच्चे व पुरुष यात्री उसमें फसकर जिंदा जल गए। भीषण दुर्घटना की जानकारी पर कई थानों की पुलिस ने दमकल के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और 21 लोगों को घायल हालत में अस्पताल पहुंचाया। करीब दो घंटे से अधिक की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक कई जिंदगियां आग के शोलों में फंसकर हमेशा हमेशा के लिए खामोश हो चुकी थीं। भीषण हादसे का संज्ञान सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने तुरन्त लिया और मौके पर अफसरों को भेजकर राहत व बचाव कार्य मे किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने हादसे में मरने वालों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये व घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने की भी घोषणा की।

जिलाधिकारी रवींद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी गजेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र पी. सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र कुमार मिश्रा मौके पर पहुंच गये। बस में बड़े हादसे की जानकारी पर देर रात ही कानपुर से मण्डलायुक्त एम बोबडे, आईजी रेंज मोहित अग्रवाल पहुचे और घटना की जांच के साथ ही मृतकों की संख्या का पता लगाना शुरू किया गया। फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने रात के अंधेरे में सर्च लाइटों की रोशनी में बस में दाखिल हुए और अंदर के भयावह मंजर का जायजा लिया। अंदर सीटों पर कई जले व अधजले शव के साथ मानव शवों की राख मिली लेकिन इससे मृतकों की संख्या स्पष्ट नहीं हो सकी।

मौके पर पहुंचे आईजी (कानपुर रेंज) मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या व पहचान टूरिस्ट बस सर्विस के मालिक व कर्मियों के पास टिकट बुकिंग और यात्रा में घायलों से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। फॉरेंसिक जांच में आठ से नौ शव मिले हैं, जबकि कई बॉडी पूरी तरह से जल गई हैं और उनका पता कर पाना भी मुश्किल है। इसलिए उनका डीएनए टेस्ट करा कर शिनाख्त की जाएगी। घटनास्थल के पास व गुसाहयगंज में दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जिनमें बस में सफर करने निकले लोगों के अस्पताल में न मिलने और लापता होने पर जानकारी दे सकते हैं। अस्पताल में 21 लोगों का इलाज चल रहा है और अभी अन्य लोगों का कुछ पता नहीं चल रहा है। जांच के बाद हादसे में मरने वालों का सही आंकड़ा पता चल सकेगा। घटना में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

हादसे में ये हुए घायल
ट्रक बस भिड़ंत के बाद लगी आग से झुलसे लोगों में रितिक कुमार पुत्र मनोज निवासी सुभाषनगर सौरिख, रामबाबू चौरसिया पुत्र प्रेमनारायण निवासी सौरिख, पंक्षी पुत्र गोपाल निवासी तालग्राम, नरसिंह पुत्र भीमसेन निवासी तालग्राम, ओमवीर पुत्र सुरेशचन्द्र निवासी ग्राम कुतुबपुर सौरिख, खुशबू पत्नी ओमवीर तथा इनका साढ़े तीन वर्षीय पुत्र आहान निवासी कुतुबपुर सौरिख, बृजमोहन पुत्र तुलाराम निवासी नगला जयसी सौरिख, शकील खां पुत्र शहनूर निवासी रूपपुर सौरिख हैं। सुहेल पुत्र इकबाल निवासी जयपुर ग्राम रामपुरा में आया था। वह वापस जयपुर जा रहा था। सुहेल गम्भीर रूप से झुलस गया है।

इसके अतिरिक्त नायक पुत्र जमील अहमद निवासी कन्नौज, सलमान पुत्र मुश्ताक, नरसिंह पुत्री फकीरे निवासी मोहल्ला कोलियान छिबरामऊ, रमन गुप्ता, रेखा यादव पत्नी दिनेश निवासी शास्त्रीनगर छिबरामऊ, विमलेश पुत्र राकेश निवासी धीरपुर गुरसहायगंज, रामप्रकाश पुत्र ईश्वरदीन निवासी हरदोई, नरसिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी गुरसहायगंज, जितेन्द्र पुत्र रामसहाय निवासी हरदोई झुलस गये। ढाई वर्ष के दो मासूम तथा एक चार वर्ष का बच्चा गम्भीर रूप से झुलसा है। अस्पताल में मौजूद सभी झुलसे लोग सदमे में हैं। झुलसे लोगों से बातचीत के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि हादसे में 35 से अधिक लोगों के मृत्यु की आशंका है। सौ शैय्या वाले अस्पताल में घायलों का इलाज के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए तिर्वा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है।

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