कुशीनगर। जिले के पत्रकारों की समस्या को प्रशासन तक पहुंचाने वाला पत्रकार विकास मंच हिंदी दिवस को गोष्ठी के रूप में मनाया है। इस गोष्ठी को संबोधित करते हुए मंच के संस्थापक अध्यक्ष बी पी तिवारी ने कहा कि हम इतने औपचारिक हो गए हैं कि हम अपनी औपचारिकता का प्रयोग अपनी मातृभाषा के लिए भी करने लगे हैं। दुनिया में सबसे अनौपचारिक रिश्ता मां और उसकी सन्तान का होता है। लेकिन अपनी हिंदी के प्रति हमारी औपचारिकता आज का सच है।
यद्यपि कि सन सैंतालीस से भौतिक रूप से हम अंग्रेजी उपनिवेश के अंग नहीं हैं लेकिन शर्म के साथ यह स्वीकार करना होगा कि मानसिक रूप से हम बहुत हद तक उनके उपनिवेश बने हुए हैं। हमारी यह मानसिक दशा हमारे आचार व्यवहार में तो झलकती ही है, भाषा के स्तर पर बहुत ज्यादा है।
संचार माध्यमों के प्रभाव में हम व्यवहार में थोड़े अंग्रेजीदां होते हुए जरूर दिखते हैं लेकिन सच यह है कि हमें अंग्रेजी भी ठीक से नहीं आती और हिंदी की हालत यह हो रही है कि हमें यह कहने में मिथ्या गर्व की अनुभूति होने लगी है कि हमारा बच्चा हिंदी में नहीं लिख पाता।
इस गोष्ठी को पत्रकार सुनील तिवारी, ज्योतिभान मिश्र, इमामुदीन खान, प्रधान रमाकांत प्रसाद, अजय मिश्र जिला संयोजक, अजय त्रिपाठी, विनोद गौड़, कलामुदीन, सुधीर मिश्र, राकेश गौड़, मुन्ना मिश्र आदि ने संबोधित किया।