कुशीनगर। जिले के खैरखूटा के पास गंडक की कटान में तेजी से एपी बांध के किनारे बसे गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बाढ़ खंड ने बचाव कार्य तेज कर दिया है। लोगों का कहना है कि मनमाने ढंग से बीच में बचाव कार्य बंद कर देने से यह नौबत आई है। बचाव कार्य जारी रहता तो खतरे को टाला जा सकता था।
गंडक नदी अहिरौलीदान के नोनियापट्टी और खैरखूटा में एक माह तक तबाही मचाने के बाद पिछले सप्ताह शांत हो गई थी। उसके बाद बाढ़ खंड ने बचाव कार्य रोक दिया था। लेकिन शनिवार को कटान तेज होते ही अभियंताओं के भी हाथ-पांव फूल गए और आनन-फानन दोबारा बचाव कार्य शुरू कराना पड़ा। अनमने ढंग से शुरू कराए गए बचाव कार्य के चलते नदी कटान करती हुई फिर एपी बांध के करीब पहुंच चुकी है। इससे बांध पर खतरा मंडराने लगा है।
खतरे को भांपते हुए बाढ़ खंड रविवार से बोल्डर का इस्तेमाल कर कटान रोकने की कोशिशों में जुट गया है। गांव के पूर्व प्रधान मजिस्टर पासवान, सुजीत यादव, मिथिलेश गोड़, सुरेंद्र साह, राजकुमार, चंद्रिका राम, संजय सिंह, बबलू प्रसाद, गौतम सिंह आदि का कहना है कि यदि डिस्चार्ज में आयी कमी का बहाना बनाकर विभाग द्वारा बीच में बचाव कार्य को रोका नहीं गया होता तो शायद यह नौबत नहीं आती। आज नदी कटान करती हुई एपी बांध के समीप पहुंच गई है और बांध पर कटान का खतरा बढ़ गया है।
रविवार को एसडीएम अरविंद कुमार ने सीओ राणा महेंद्र प्रताप सिंह, बाढ़ खंड के सहायक अभियंता राकेश भास्कर, हरिशंकर पांडेय, भाजपा नेता जेके सिंह, जिला पंचायत सदस्य अरविंद सिंह पटेल, ग्राम प्रधान हीरालाल यादव के साथ कटान स्थल का जायजा लिया और अभियंताओं को आवश्यक निर्देश दिए।
एसडीओ राकेश भास्कर ने बताया कि खतरे को देखते हुए बचाव कार्य तेज कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण मिश्र ने रविवार को अपनी पत्नी दीपिका मिश्रा के साथ गंडक की कटान से विस्थापित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवारों में राहत सामग्री का वितरण किया। इस पहल की लोगों ने सराहना की।
एसपी राजीव नारायण मिश्र ने कहा कि पीड़ितों की मदद ईश्वर की सेवा के समान है। इस पुनीत कार्य में समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए। आपदा से पीड़ित लोगों की मदद करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।
एसपी की पत्नी दीपिका मिश्रा ने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से उन्हें गंडक की कटान से प्रभावित होने वाले परिवारों की हकीकत के बारे में जानकारी हुई। उनके मन में पीड़ित परिवारों से मिलने और फिर उनकी मदद का विचार आया। वैसे हर किसी को पीड़ितों की मदद में आगे आना चाहिए। अहिरौलीदान में कटान से पीड़ित परिवारों में कपड़े और राहत सामग्री का वितरण भी किया। उन्होंने इस पुनीत कार्य में लोगों से आगे आने की अपील की। इस दौरान एसडीएम अरविंद कुमार, सीओ सीओ राणा महेंद्र प्रताप सिंह, राजस्व निरीक्षक नकछेद साह, हल्का लेखपाल विजयप्रकाश मिश्र, भाजपा नेता जेके सिंह, जिला पंचायत सदस्य अरविंद सिंह पटेल, ग्राम प्रधान हीरालाल यादव, संजय सिंह, गोरख यादव, बबलू प्रसाद, रामपूजन पासवान, गौतम सिंह, सुजीत यादव, मिथलेश गोड़, मजिस्टर पासवान, सुरेंद्र साह, प्रहलाद राम, अच्छेलाल बैठा आदि मौजूद रहे।
गंडक नदी के कटान से नोनियापट्टी गांव के करीब 30 से अधिक लोग अपने घर तोड़कर गांव से पलायन कर चुके हैं। इसमें अधिकांश लोगों को अभी तक सरकारी मदद नही मिली है। इन लोगों को घर बनाने के लिए आवासीय पट्टा मुहैया कराने आदि मांगों को लेकर गोरखनाथ यादव की अगुवाई में पिछले रविवार से गांव के लोग धरना दे रहे थे। आठवें दिन पहुंचे एसडीएम अरविंद कुमार, राजस्व निरीक्षक नकछेद साह, हल्का लेखपाल विजय प्रकाश मिश्र आदि ने सभी समस्याओं का समाधान शीघ्र कराने का आश्वासन दिया और धरने पर बैठे लोगों को जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया। इस दौरान श्रीराम साह, जगत यादव, ओसियर बैठा, संजय सिंह, बबलु प्रसाद, राघव राम, सत्येंद्र यादव, ललन बैठा आदि मौजुद रहे।