गुजरात: चक्रवाती तूफान ‘वायु’का असर, पोरबंदर में 50 साल पुराना भूतेश्वर मंदिर ढहा
अहमदाबाद। चक्रवाती तूफान ‘वायु’ का साइड इफेक्ट गुजरात में दिखना शुरू हो गया है। समुद्री लहरों की जद में आकर पोरबंदर में 50 साल पुराना भूतेश्वर महादेव मंदिर ढह गया। हालांकि इस आपदा में कोई हताहत नहीं हुआ है। माधवपुर में तूफान के कारण एक मकान गिरने से दबकर चार मछुआरे घायल हो गए।
उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ता चक्रवात 'वायु' दोपहर बाद गुजरात के सौराष्ट्र तट से टकराया। इससे तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश हुई, जिसके देर शाम तक जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि पूर्व में व्यक्त की गई आशंका के अनुरूप 'भयावह चक्रवाती तूफान' ने गुजरात में दस्तक नहीं दी लेकिन यह सौराष्ट्र तटीय क्षेत्र से होकर गुजर रहा है।
नतीजतन, अमरेली, गिर सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर और द्वारका जिले इससे प्रभावित हुए हैं। इस कारण भारी बारिश हो रही है। पोरबंदर के पुराने लाइटहाउस के पास 50 साल पुराना भूतेश्वर महादेव का मंदिर ढह गया है। समुद्र की लहरों के कारण मंदिर टूट गया था। मंदिर का एक बड़ा हिस्सा समुद्र में है।
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान का असर वेरावल पर नहीं होगा और यह ओमान की तरफ चला जायेगा। इसके बावजूद गुजरात के तटीय इलाकों में भारी बारिश होगी और तेज हवाएं चलेगी। पोरबंदर में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। हालाकि चक्रवाती तूफान ओमान की तरफ चला जायेगा लेकिन उसका प्रभाव 48 घंटे तक रहेगा | मौसम विभाग के अनुसार 5 इंच बारिश होने की संभावना है ।