ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राज्य
बुलंदशहर हिंसा : एसएसपी समेत 3 अफसरों पर गिरी गाज, प्रभाकर चौधरी को मिली जिले की कमान
By Deshwani | Publish Date: 8/12/2018 1:49:27 PM
बुलंदशहर हिंसा : एसएसपी समेत 3 अफसरों पर गिरी गाज, प्रभाकर चौधरी को मिली जिले की कमान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ के हमले मामले में एसएसपी कृष्‍ण बहादुर सिंह समेत तीन पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। इन अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। इस हिंसा में एक पुलिस अधिकारी सहित एक शख्स की मौत हो गई थी। बुलंदशहर के एसएसपी कृष्‍ण बहादुर सिंह को लखनऊ स्थित डीजीपी मुख्‍यालय में तैनाती दी गई है। वहीं अब सीतापुर के एसपी प्रभाकर चौधरी को बुलंदशहर का कप्‍तान बनाया गया है।

 
प्रभाकर चौधरी को काफी तेजतर्रार पुलिस अफसर माना जाता है। वह यूपी के अंबेडकर नगर के रहने वाले हैं और 2010 कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। साथ ही स्‍याना के सीओ सत्‍य प्रकाश शर्मा को मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में भेजा गया है, जबकि चिंगरावठी पुलिस चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार का तबादला ललितपुर किया गया है। 
 
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि खेत में कुछ हिंदूवादी संगठनों के कायकर्ताओं द्वारा गोवंश के अवशेष मिलने के बाद बिगड़ी स्थिति को संभालने में नाकाम रहने की वजह से दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। इस भीड़ हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और चिंगरावठी गांव के रहने वाले सुमित सिंह की मौत हो गई थी।
 
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर की इस घटना को दुर्घटना बताया है। उन्होंने पहले कहा था कि यह घटना एक बहुत बड़ी साजिश थी लेकिन शुक्रवार को दिल्ली में कहा कि यह घटना वास्तव में एक दुर्घटना थी। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में कोई मॉब लिंचिंग की घटना नहीं हुई है। बुलंदशहर में जो हुआ, वो एक दुर्घटना थी।" पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है लेकिन मुख्य साजिशकर्ता योगेश राज गिरफ्त से बाहर है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS