ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राष्ट्रीय
भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच राजनाथ सिंह ने लद्दाख समेत सात राज्यों में 44 पुलों का किया उद्घाटन
By Deshwani | Publish Date: 12/10/2020 1:30:57 PM
भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच राजनाथ सिंह ने लद्दाख समेत सात राज्यों में 44 पुलों का किया उद्घाटन

नई दिल्ली।  भारत और चीन में सीमा पर जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए 44 पुलों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। देश की सीमाओं को सुरक्षित करने की दिशा में यह एक काफी अहम है। 
 
उद्घाटन समारोह के बाद रक्षा मंत्री ने कहा,  देश हर क्षेत्र में कोविड 19 के कारण उपजी अनेक समस्याओं का सामना कर रहा है। वह चाहे कृषि हो या अर्थव्यवस्था, उद्योग हों या सुरक्षा व्यवस्था। सभी इससे गहरे प्रभावित हुए हैं। इस विकट समय में पाकिस्तान के बाद चीन द्वारा सीमा पर एक मिशन के तहत विवाद पैदा किया जा रहा है। 
 
रक्षा मंत्री ने कहा कि इन पुलों में कई छोटे, तो कई बड़े पुल हैं, पर उनकी महत्ता का अंदाजा उनके आकार से नहीं लगाया जा सकता है। शिक्षा हो या स्वास्थ्य, व्यापार हो या खाद्य आपूर्ति, सेना की सामरिक आवश्यकता हो या अन्य विकास के काम, इन्हें पूरा करने में ऐसे पुलों और सड़कों की समान, और अहम भूमिका होती है। इन पुलों में से जम्मू-कश्मीर में 10, लद्दाख में 8, हिमाचल प्रदेश में दो, पंजाब में चार, उत्तराखंड में आठ, अरूणाचल प्रदेश में आठ और सिक्किम में चार हैं। 
 
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी उत्तरी और पूर्वी सीमा पर पैदा की गयी स्थितियों से आप भली-भांति अवगत हैं। पहले पाकिस्तान और अब चीन के द्वारा मानो एक मिशन के तहत सीमा पर विवाद पैदा किया जा रहा है। इन देशों के साथ हमारी लगभग 7 हजार किलोमीटर की सीमा मिलती है, जहाँ आए दिन तनाव बना रहता है।’’
 
रक्षा मंत्री ने कहा कि समस्याओं के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल, और दूरदर्शी नेतृत्व में यह देश, न केवल इन संकटों का दृढ़ता से सामना कर रहा है, बल्कि सभी क्षेत्रों में बड़े और ऐतिहासिक बदलाव भी ला रहा है। 44 पुलों का एक साथ उद्घाटन किया जाना एक रिकार्ड है और उम्मीद है कि सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित ये पुल संपर्क और विकास के एक नए युग की शुरूआत करेंगे।
 
उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में राष्ट्र को समर्पित ‘अटल टनल, रोहतांग’, इसका जीता-जागता उदाहरण है। न केवल भारत, बल्कि विश्व के इतिहास में यह निर्माण अछ्वुत, और अभूतपूर्व है। यह टनल हमारी‘राष्ट्रीय सुरक्षा‘, और‘हिमाचल‘, ‘जम्मू-कश्मीर’ और ‘लद्दाख’ के जनजीवन की बेहतरी में एक नया अध्याय जोड़ेगा।’’ 
 
रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में सड़कों, सुरंगों और पुलों का लगातार निर्माण, बीआरओ की प्रतिबद्धता, और सरकार के दूर दराज के क्षेत्र में पहुँचने के प्रयास को दर्शाता है। ये सड़कें न केवल सामरिक जरूरतों के लिए होती हैं, बल्कि राष्ट्र के विकास में सभी की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करती है। इन पुलों के बनने से हमारे पश्चिमी, उत्तरी और पूर्वोत्तर के दूर-दराज के इलाकों में, सैन्य और सामान्य परिवहन साधनों में बड़ी सुविधा मिलेगी। सशस्त्र बलों के जवान बड़ी संख्या में ऐसे इलाकों में तैनात होते हैं जहां पूरे साल परिवहन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है अब उन्हें भी इससे मदद मिलेगी।  
 
उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि बीआरओ द्वारा नवीनतम तकनीकों और अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग करते हुए पिछले दो वर्षों के दौरान 2200 किलोमीटर से अधिक सड़कों की कटिंग की गई है। साथ ही लगभग 4200 किलोमीटर लंबी सड़कों की ‘सर्फेसिंग’ की गई है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS