राहुल गांधी की पुलिस के साथ जबर्दस्त झड़प, धक्कामुक्की के बाद सड़क पर गिरे, धरने पर बैठे, गिरफ्तार
नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा। हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मिलने दिल्ली से काफिले के साथ निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर गिरफ्तार कर लिया। राहुल ने पुलिस की इस कार्रवाई का जोरदार विरोध किया और पूछा कि आखिर उन्हें वो कानून की किस धारा के तहत हिरासत में लिया जा रहा है। पुलिस वाले ने भी राहुल को इस सवाल का जवाब दिया। इससे पहले राहुल गांधी की पुलिस के साथ जबर्दस्त झड़प हो गई।
पुलिस के साथ नोंकझोंक के बाद राहुल आक्रोशित हो गए और उन्होंने मीडिया के सामने पुलिस पर कई सवाल दाग दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस वालों से अकेले जाने देने की अपील की, लेकिन पुलिस ने उनका यह आग्रह भी नहीं माना। उन्होंने कहा कि अकेले आदमी पर धारा 144 तो लागू नहीं होती है। राहुल ने कहा कि वो पीड़ित परिवार से मिलना चाहते हैं।
राहुल ने कहा, 'देखो, पुलिस ने कैसे मुझे धक्का दिया, मुझ पर लाठीचार्ज किया और जमीन पर गिरा दिया। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश में सिर्फ मोदी जी ही घूम सकते हैं? क्या आम आदमी कहीं आ-जा नहीं सकता?' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी गाड़ी रोक दी गई, इसलिए हम पैदल चलने लगे।'
गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा के पास जब राहुल और प्रियंका गांधी की गाड़ी को रोका गया तो वे पैदल ही हाथरस के लिए निकल पड़े। उस समय पुलिस और उनके समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की हुई और पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया है, जिसमें कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को भी चोट आयी है।
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने को बताया कि प्रियंका और राहुल हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जा रहे थे। रास्ते में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उनके काफिले को परी चौक इलाके में रोक लिया।
उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर रोके जाने के बाद प्रियंका और राहुल पैदल ही हाथरस के लिये रवाना हो गये। जहां उन्हें रोका गया था, वहां से हाथरस की दूरी 142 किलोमीटर है।
दरअसल, राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को ग्रेटर नोएडा के पास रोक लिया गया। बाद में दोनों अपने दल-बल के साथ पैदल ही हाथरस की तरफ बढ़ गए तो पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रशासन ने उन्हें फिर रोकने की कोशिश की। राहुल गांधी और पुलिस वालों के बीच अच्छी-खासी खींचतान हो गई जिसके बाद वो वहीं धरने पर बैठ गए।
नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि हमने प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को यहां रोक दिया है, क्योंकि महामारी एक्ट को तोड़ा जा रहा था। हम उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पुलिस से कहा आप मुझे किस धारा के तहत गिरफ्तार कर रहे हो, तो पुलिस ने कहा-हम आपको आईपीसी की धारा 188 के तहत आदेश का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार कर रहे हैं।
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये जो भाई—बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिये था। जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध होता है। राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है।'