ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राष्ट्रीय
6 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन का महीना, भगवान शिव का प्रिय होता है यह महीना
By Deshwani | Publish Date: 5/7/2020 6:35:07 PM
6 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन का महीना, भगवान शिव का प्रिय होता है यह महीना

चतुर्मास मे श्रावण मास का विशेष महत्व होता है यह महीना श्रवणा नक्षत्र के योग से प्रारंभ होता है। जो हरियाली एवं समृद्धि का प्रतीक है, श्री गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के आचार्य शिवेन्द्र पाण्डेय  ने बताया कि इस वर्ष श्रावण मास का प्रारंभ 6 जुलाई सोमवार से हो रहा है। पूरे माह में पांच सोमवार होने से इस माह की महत्ता अधिक हो रही है। विशेष रूप से कृष्णपक्ष में ही तीन सोमवार होना एवं सोमवती अमावस्या अत्यंत शुभ फल को प्रदान करने वाला है।

 
 
भगवान शिव को यह मास इसलिए अधिक प्रिय है कि माता पार्वती ने भगवान को अपने पति रूप में प्राप्त करने के लिए इस मास में वर्षा में भीगकर धुआँ पीकर एवं भयावह वन में रहकर घोर तपस्या की थी। उस तप के प्रभाव से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने पति बनने का वर दिया। तभी से यह महिना शिव को अत्यंत प्रिय हो गया। यह महिना प्रकृति एवं पुरूष का सम्मिश्रण का सूचक भी है। जहाँ एक तरफ प्रकृत्ति मे वर्षा होने से हरियाली होती है तो दूसरे तरफ धर्म की ध्वजा चारो तरफ भगवा रंग से आच्छादित हो जाता है।
 
 
आचार्य जी ने बताया कि भगवान शिव जल धारा से प्रसन्न होते हैं। अर्थात शिव की प्रसन्नता के लिए रूद्राभिषेक जिसमे मुख्य रूप से पंचामृत वर्षाजल भांगरस गन्नारस कुशजल फलादि रस एवं सुगंधित द्रव्यो से अभिषेक कराकर शिव तांडव आदि स्तुति करने से शिव अत्यंत प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS