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निर्वाचन आयोग की गरिमा धूमिल करने का कोई भी प्रयास लोकतंत्र को कमजोर करना है: श्री प्रणब मुखर्जी
By Deshwani | Publish Date: 24/1/2020 11:43:39 AMनई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि निर्वाचन आयोग की गरिमा धूमिल करने का कोई भी प्रयास लोकतंत्र को कमजोर करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र समय की कसौटी पर खरा उतरा है। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति लोकतंत्र का मूल आधार है। श्री मुखर्जी कल नई दिल्ली में सुकुमार सेन स्मारक व्याख्यान दे रहे थे। सुकुमार सेन भारत के पहले मुख्य निर्वाचन आयुक्त थे, जिनके नेतृत्व में लोकसभा के पहले दो आम चुनावों का सफल संचालन संपन्न हुआ था।
श्री प्रणब मुखर्जी ने चुनाव प्रक्रिया में आम लोगों की भागीदारी के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह स्वस्थ लोकतंत्र की कुंजी है। उन्होंने सफल चुनाव संचालन से लोकतंत्र को मजबूत करने में निर्वाचन आयोग की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि 2019 में 90 करोड़ से अधिक मतदाताओं की भागीदारी से निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराना कोई आसान काम नहीं था। यह संख्या आबादी की दृष्टि से विश्व के तीसरे, चौथे और पांचवें देशों की कुल जनसंख्या के लगभग बराबर थी।