श्री गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के आचार्य शिवेन्द्र पाण्डेय जी के अनुसार -
श्रवण और घनिष्ठा नक्षत्र में दिन भर होगा रक्षाबंधन :-
इस साल रक्षाबंधन पर्व 15 अगस्त को है। स्वतंत्रता दिवस के साथ भाई-बहन के स्नेह का पर्व मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा। श्रवण नक्षत्र में दिन की शुरुआत होगी, जो 8.30 बजे तक रहेगा। इसके बाद घनिष्ठा नक्षत्र है। सुबह 11 बजे तक सौभाग्य योग और इसके बाद शोभन योग में रक्षाबंधन मनेगा।
19 साल बाद 15 अगस्त पर रक्षाबंधन पर्व:-
आचार्य शिवेन्द्र पाण्डेय जी के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के साथ रक्षा का बंधन पर्व 19 साल पहले 2000 में मनाया गया था। श्रवण नक्षत्र सुबह 8.01 बजे तक ही है। इसके बाद घनिष्ठा नक्षत्र आ जाएगा, इसीलिए रक्षा बंधन शाम चार बजे से पहले करना चाहिए। गुरुवार को पूर्णिमा तिथि व श्रवण नक्षत्र के मिलने से सिद्धि योग बन रहा है। इस दिन पूर्णिमा शाम 4.20 बजे तक रहेगी।
श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा पर गुरुवार को राखी बंधेगी। श्रावण पूर्णिमा के दिन की शुरुआत श्रवण नक्षत्र में होगी। इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा। सौभाग्य और शोभन योग के कारण भी यह पर्व खास संयोग लेकर आ रहा है। इस दिन यजुर्वेदीय ब्राह्मणों का उपाकर्म भी होगा। गायत्री जयंती और लव-कुश जयंती भी इसी दिन है। आज ही संस्कृत दिवस मनाया जायेगा ।भद्रा नहीं होने से पूरे दिन रक्षाबंधन के लिए शुभ है।
इस बार भद्रा सूर्योदय के पहले ही समाप्त हो जाएगी। श्रवण नक्षत्र, स्वामी चंद्र, योग सौभाग्य करण वणिज, राशि मकर, स्वामी शनि, इन सभी योग को मिला कर पूरा दिन रक्षाबंधन के लिए शुभ है। बहने शुभ मुहूर्त में राखी बांध सकेंगी।
राखी बांधने के बाद बहनों को निम्न प्रकार की वस्तुओ को देने से गोचर अच्छा होगा और भाई-बहन का प्यार बढेगा ।
मेष- बहन को लाल रंग के वस्त्र दें।
वृषभ- बहन को मोती की माला दें।
मिथुन- बहन को पिस्ता दें।
कर्क- बहन को मिठाई में बर्फी दें।
सिंह- बहन को गुड और लाल वस्त्र दें।
कन्या-बहन को फल दें।
तुला- बहन को दक्षिणा के साथ में चावल दें।
वृश्चिक- बहन को केसर दान करें।
धनु- बहन को पीले वस्त्र और शहद दें।
मकर- बहन को नीले वस्त्र, सोने की वस्तु दें।
कुंभ- बहन को तांबे का बर्तन दें।
मीन- बहन को घी और पीले वस्त्र दें।
।।शुभम् भूयात् ।।
श्री गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र
आचार्य शिवेन्द्र पाण्डेय जी
बेतिया, पश्चिम चम्पारण, बिहार