मैनपुरी। बरसों पुरानी दुश्मनी भूलकर बसपा प्रमुख मायावती और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में आज एक चुनावी रैली के दौरान मंच सांझा किया। इस दौरान मायावती ने मुलायम को चुनाव में जिताने की अपील करते हुए उन्हें 'असली नेता' करार दिया।
1995 में हुए बहुचर्चित गेस्टहाऊस कांड के बाद सपा से रिश्ते तोड़ चुकीं मायावती आज जब रैली के लिए क्रिश्चियन कॉलेज के मैदान में पहुंची तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। सपा के गढ़ मैनपुरी में मायावती का स्वागत करने वालों में बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं की थी।
मायावती ने मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव को जिताने की अपील करते हुए कहा, 'इस गठबंधन के तहत मैं मैनपुरी में खुद मुलायम के समर्थन में वोट मांगने आई हूं। जनहित में कभी-कभी हमें कुछ कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। देश के वर्तमान हालत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।' मेरी अपील है कि पिछड़ों के वास्तविक नेता मुलायम सिंह यादव को चुनकर आप संसद भेजें। उनके उत्तराधिकारी अखिलेश यादव अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं।
मंच पर मुलायम के पहुंचने पर मायावती ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। मायावती ने कहा कि मैनपुरी के लोग मुलायम को "असली नेता" मानते हैं, खासकर पिछड़े वर्ग के लोग। मुलायम प्रधानमंत्री मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नही हैं। मुलायम सिंह असली पिछड़े वर्ग के हैं, वह मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नहीं हैं।"
इस अवसर पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने कहा, बहुत दिनों के बाद हम और मायावती एक मंच पर हैं। सपा को जिताने तथा कार्यकर्ताओं से मायावती का हमेशा सम्मान करने की अपील करते हुए मुलायम सिंह ने कहा, आज महिलाओं का शोषण हो रहा है। इसके लिए हमने लोकसभा में सवाल उठाया। संकल्प लिया गया कि महिलाओं का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। आज हमारी आदरणीय मायावती जी आई हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। मैं आपके इस अहसान को कभी नहीं भूलूंगा। मायावती जी का हमेशा बहुत सम्मान करना। समय-समय पर उन्होंने हमारा साथ दिया है। इस अवसर पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे।