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तमिलनाडु में 'गाजा' तूफान से 13 की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने जताई संवेदना
By Deshwani | Publish Date: 17/11/2018 11:18:46 AM
तमिलनाडु में 'गाजा' तूफान से 13 की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने जताई संवेदना

नागपट्टिनम/चेन्नई। भीषण चक्रवातीय तूफान 'गाजा' से बड़ी संख्या में पेड़ों के गिरने तथा बिजली के तारों के टूटने से तटीय जिलों में विनाश का दृश्य पैदा हो गया और 13 लोगों की जान इसमें चली गई। यह तूफान शुक्रवार सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु तट से गुजरा। उस वक्त हवा की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। अधिकारियों के अनुसार, तूफान से संबंधित घटनाओं में दस पुरुष और तीन महिलाओं की मौत हो गई। 28 मवेशी बह गये। अधिकारियों ने करीब 81,948 लोगों को कुड्डलूर, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, तंजावुर, पुडुकोट्टई और तिरुवरुर जिलों के 471 राहत केंद्रों में पहुंचाया।

 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा तूफान के कारण मारे गए लोगों के लिए संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में आए इस तूफान के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं कामना करता हूं कि घायल जल्द स्वस्थ लाभ करें। अधिकारियों द्वारा इस स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद और राहत कार्य किया जा रहा है।
 
तूफान से नागपट्टिनम जिले के वेलनकन्नी में 16वीं सदी का बेसीलिका चर्च तबाह हो गया। लोगों की मौत पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये और घायलों को 25 हजार से एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि तूफान की वजह से फसलों, मछली पकड़ने की नौकाओं, घरों और मवेशियों को होने वाले नुकसान के बारे में तत्काल पता लगाएं। लोगों की जान जाने के अलावा 1471 झोपड़ियां आंशिक रूप से तबाह हो गयीं और 216 पूरी तरह ध्वस्त हो गयीं. इन जिलों में 4987 पेड़ जड़ से उखड़ गये।
 
 
किसान नेता पीआर पांडियान ने कहा कि नारियल के लाखों पेड़ गिर गये है और कई एकड़ में फैली धान की फसल बर्बाद हो गयी। उन्होंने किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की। चक्रवातीय तूफान के तमिलनाडु पहुंचने पर नागपट्टिनम जिले में छह सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी वहीं कुड्डलूर जिले में नौ से 12 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गयी. तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। राजस्व मंत्री आर बी उदय कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने सफलतापूर्वक हालात का सामना किया।
 
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