नई दिल्ली। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव भले ही गिर गया हो लेकिन आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग तेज होती जा रही है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादा तोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती के लिए हर संभव सहायता का वादा किया था, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
उन्होंने ट्वीट किया, 'उस समय प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आंध्र के लोगों से वादा किया था कि एक ऐसी राजधानी बनाएंगे, जिसके आगे दिल्ली भी छोटी लगने लगेगी।' उन्होंने कहा कि उन्होंने ये वादा तिरुपति में भगवान बालाजी के समक्ष किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'चार साल होने के बावजूद हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं कि उन्होंने तिरुपति बालाजी के सामने जो वादा किया था, उसे पूरा करें।'
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश पुर्नगठन कानून 2014 के 18 वादों को तोड़ दिया गया। प्रधानमंत्री अन्याय को सही ठहराने के लिए गलत मुद्दों का हवाला दे रहे हैं। सच ये है कि न तो संविधान और न ही वित्त आयोग की ऐसी ऐसा कोई बाध्यता है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता। नायडू ने अविश्वास प्रस्ताव का साथ देने वालों को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कल लोकसभा में दिए अपने जवाब में कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है, लेकिन उनकी सरकार आंध्र प्रदेश को पूरी सहायता दे रही है। उन्होंने कहा, 'मैं आंध्र प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि चाहे राजधानी की बात हो या किसानों की बात, विकास में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।'