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घड़ियाली आंसू बहाने वालों ने कुछ नहीं किया : प्रधानमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 21/7/2018 2:01:25 PM
घड़ियाली आंसू बहाने वालों ने कुछ नहीं किया : प्रधानमंत्री

शाहजहांपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वह शाहजहांपुर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने किसान कल्याण रैली को संबोधित किया। इस रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के अलावा सुरेश खन्ना सहित राज्य के कई बड़े नेता भी इस रैली में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने 'किसान कल्याण रैली' को संबोधित करते हुए बताया कि पूरे देश का किसान हमें आशीर्वाद दे रहा है। उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले गन्ना किसान मुझसे मिलने दिल्ली आए थे और मैंने उनसे कहा था कि जल्द ही गन्ना किसानों को एक खुशखबरी सुनने को मिलेगी और वही वादा निभाने मैं शाहजहांपुर आया हूं। पीएम मोदी ने बताया कि गन्ना किसानों को उनकी सरकार ने तोहफा दिया है। इस बार जो गन्ना बोया गया है, उसका लागत से लगभग पौने दो गुना ज्यादा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने यह फैसला किया है कि देश के गन्ना किसानों को गन्ने पर लागत मूल्य के ऊपर लगभग 80% सीधा लाभ मिलेगा। धान, मक्का, दाल और तेल वाली 14 फसलों के सरकारी मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये की बढ़ोतरी देश के इतिहास में कभी नहीं हुई है।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज जो किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उनके पास भी ये काम करने का मौका था लेकिन उनके पास किसानों के लिए कार्य करने की फुर्सत नहीं थी।
मोदी ने बताया, 'इस बार जो गन्ना बोया है उसकी प्रति कुंतल लागत 155 रुपये है। लेकिन इस बार जो मूल्‍य तय किया गया है वो पौने दो गुना हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर चीनी की रिकवरी प्रति कुंतल कम भी होती है तो भी पहले से अधिक 261 रुपये का भाव मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि गन्ना किसान की एक-एक पाई उस तक समय पर पहुंचे। पुरानी सरकारों ने दशकों से जो व्यवस्थाएं बना रखी थीं, जो गठजोड़ बना रखे थे, उनको तोड़ा जा रहा है। पहले की सरकारों ने जो हज़ारों करोड़ का बकाया छोड़ रखा था उसको निश्चित समय सीमा में निपटाया गया। साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा देश के हर किसान के पसीने का, मेहनत का सम्मान हो, यही केंद्र की सरकार, उत्तर प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता है। यही कारण है कि देश के गन्ना किसान परिवारों के हित में हाल में अनेक फैसले लिए गए हैं। सरकार ने गन्ना की बिक्री का लाभकारी 275 रुपये क्विंटल कर दिया गया है, चीनी के उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए ये मूल्य 10% रिकवरी पर तय किया गया है। किसानों का पुराना बकाया लगातार कम हो रहा है। कछुए की चाल से काम करने पर किसानों के पैसे फंसे थे। पुरानी सराकरों ने किसानोॆं का बहुत नुकसान किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा गन्ने से बना एथेनॉल पेट्रोल में मिक्स किया जाएगा। चीनी मिलों को नई मशीनों के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। सरकार ने पांच करोड़ गन्ना किसानों के लिए फैसले लिए हैं। 5.5 रुपए प्रति क्विंटल की अतिरिक्त मदद किसानों के खाते में दी जाएगी। गन्ना मिलों में काम कर रहे कामगारों और उनके परिवार को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कई निर्णय किए हैं। सरकार ने 20 लाख टन चीनी निर्यात की इजाजत दी। चीनी के लिए न्यूनतम मूल्य तय किया है। हमें गन्ना किसानों की चिंता है।
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