राष्ट्रीय
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर
By Deshwani | Publish Date: 18/7/2018 1:48:21 PMनई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ दिए अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। हालांकि स्पीकर ने यह नहीं बताया कि इस पर चर्चा कब होगी। कांग्रेस और टीडीपी सांसदों की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। लोकसभा अध्यक्ष ने 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन की गिनती की और आगे चर्चा के लिए वक्त तय करने का एलान करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि लोकसभा और राज्यसभा का मानसून सत्र शुरू होते ही टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने सदन में जमकर नारेबाजी की। हंगामे के चलते कुछ समय के लिए राज्यसभा स्थगित भी करनी पड़ी। दरअसल टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे तो दूसरी ओर कांग्रेस ने लिंचिंग के मुद्दे पर हंगामा किया और सदन में इस पर चर्चा कराने की मांग की। लोकसभा और राज्यसभा में दिगंवतों को श्रद्धांजलि देने के बाद दोनों सदनों के नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण किया।
मानसूत्र सत्र के साथ ही मोदी सरकार की चुनौतियां भी शुरू हो गई हैं। दरअसल विपक्ष मोदी सरकार को जहां इस बार कई मुद्दों पर घेरने की योजना बना चुकी है वहीं सरकारने 15 अहम बिलों को सूचीबद्ध किया है जिनको वो इसी सत्र में पास करवाना चाहती है।
अविश्वास प्रस्ताव से फिलहाल सरकार पर कोई संकट नहीं है। लेकिन अब सरकार के सहयोगी दल उसके साथ कुछ मोलतोल कर सकते हैं, क्योंकि सरकार चाहेगी कि उसके पास अधिक से अधिक संख्या बल हो। इसके साथ ही बीजू जनता दल का रुख भी स्पष्ट हो जाएगा कि वो एडीए का साथ देगा या फिर अलग राह अपनाएगा।
कांग्रेस की कोशिश है कि अविश्वास प्रस्ताव पर पूरे विपक्ष को एकजुट करे। इसके साथ ही जिन मुद्दों पर वो सरकार को घेरती आई है, उन्हें सदन में उठाने का एक अच्छा अवसर मिलेगा। ऐसे में लोकसभा चुनावों से कुछ महीने पहले आने वाले इस अविश्वास प्रस्ताव का परिणाम तय होने बावजूद इसका असर बहुत गहरा होगा।