राष्ट्रीय
सुषमा स्वराज इराक में भारतीयों की मौत पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें : कांग्रेस
By Deshwani | Publish Date: 20/3/2018 8:40:44 PM नई दिल्ली। चार साल पहले मोसुल में लापता हुए 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि हो जाने के बाद भारत की राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस इस मुद्दे पर केंद्र को घेरते हुए विदेश मंत्री से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पीड़ित परिजनों से मिलकर उनसे भी माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर लोगों की अंधेरे में रखा है।
बता दें कि जून 2014 में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने 40 भारतीयों को मोसुल से अगवा कर लिया था। इनमें से एक आदमी किसी तरह बच कर भारत आ गया था। सरकार के पास अभी तक जानकारी थी कि शेष 39 लोग जीवित हैं लेकिन लापता है। मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में बताया कि मोसुल में लापता लोग मारे जा चुके हैं। विदेश मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि इराक के मोसुल में लापता हुए 40 भारतीयों में से 39 मारे गए हैं। इनमें से एक व्यक्ति हरजीत मसीह मुस्लिम बनकर आईएसआईएस के चंगुल से निकल भागा था। मारे गए 39 लोगों में से 38 शवों का डीएनए सैंपल मैच हो गया है. एक शव की डीएनए जांच चल रही है।
सुषमा स्वराज ने बताया कि इराक में मारे गए 39 भारतीय पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के थे। सुषमा ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह मृत भारतीयों के शव वापस लाने के लिए इराक जाएंगे। विदेश मंत्री ने बताया कि खोद कर निकाले गए भारतीयों के शवों को एक विशेष विमान से भारत लाया जाएगा।
सुषमा के बयान के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने इस मामले में पीड़ित परिजनों को अंधेरे में रखा था। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पीड़ित लोगों से मिलकर माफी मांगनी चाहिए। अंबिका सोनी ने कहा कि सुषमा को यह स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने पीड़ित लोगों को अंधेरे में रखा और उनके पास लापता लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं थी।