रांची। झाविमो के 6 विधायकों के भाजपा में शामिल होने के मामले में 4 साल के बाद आज फैसला आएगा। स्पीकर दिनेश उरांव दोपहर बाद फैसला सुनाएंगे। फैसले से पहले इन 6 विधायकों और झाविमो में उहापोह की स्थिति रही कि आखिर किसके पक्ष में फैसला आएगा। स्पीकर न्यायाधिकरण में पूरी सुनवाई के गवाह बने अफसरों का मानना है कि तकनीकी रूप से मामला झाविमो के पक्ष में दिखता है, लेकिन राजनीतिक नजरिए से देखें तो फैसला विधायकों के पक्ष में जा सकता है और इसी की उम्मीद ज्यादा है।
झाविमो की टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे 8 में से 6 विधायकों अमर कुमार बाउरी, रंधीर कुमार सिंह, नवीन जायसवाल, आलोक चौरसिया, जानकी प्रसाद यादव और गणेश गंझू ने नौ फरवरी 2015 को स्पीकर को लिखित में दिया कि सदन में उनके बैठने की अलग व्यवस्था करें। इसके बाद झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने स्पीकर से इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्पीकर न्यायाधिकरण में इस मामले की सुनवाई 12 फरवरी 2015 को शुरू हुई थी। 64 बार सुनवाई हुई। 12 दिसंबर को स्पीकर ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
2014 के विधानसभा चुनाव में झाविमो के टीकट और चुनाव चिन्ह पर 8 विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। इनमें छह विधायकों ने 9 फरवरी 2015 को स्पीकर को पत्र लिख कर आग्रह किया था कि उन्हें सदन में झाविमो विधायकों से अलग बैठने की अनुमति दी जाए। इसके बाद झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने स्पीकर से लिखित रूप में इन विधायकों के विरूद्ध दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की। उसके बाद 12 फरवरी 2015 से इन छह विधायकों के विरूद्ध दल-बदल को लेकर स्पीकर के न्यायाधिकरण में सुनवाई शुरू हुई।
अंतिम सुनवाई 12 दिसंबर 2018 को पूरी हुई। कुल 64 दिन स्पीकर के न्यायाधिकरण में सुनवाई हुई। इस दौरान झाविमो की ओर से 8 और 6 विधायकों की ओर से 54 गवाह पेश किए गए। झाविमो की ओर से सुनवाई के दौरान तर्क और साक्ष्य पेश किए गए कि इन विधायकों ने दल-बदल किया है, जो संविधान के 10वीं अनुसूची के तहत दोषी हैं। वहीं, विधायकों की ओर से तर्क और साक्ष्य पेश किया गया कि झाविमो का विलय ही भाजपा में हो गया। आज स्पीकर को फैसला सुनाना है कि दल-बदल था या झाविमो का भाजपा में विलय।
इस पद पर हैं झाविमो से भाजपा में शामिल हुए विधायक
नवीन जायसवाल, विधायक, हटिया।
रणधीर कुमार सिंह, विधायक, सारठ (कृषिमंत्री)
जानकी यादव, विधायक, विधायक, बरकट्ठा (आवास बोर्ड के अध्यक्ष)
आलोक चौरसिया, विधायक, डाल्टनगंज (वन निगम के अध्यक्ष)
गणेश गंझू,विधायक, विधायक, सिमरिया (कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष)
अमर कुमार बाउरी, विधायक, चंदनक्यारी (खेल एवं युवा मामले के मंत्री)