ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
झारखंड
पारा शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की झामुमो ने की कड़ी निंदा
By Deshwani | Publish Date: 17/11/2018 3:25:52 PM
पारा शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज की झामुमो ने की कड़ी निंदा

साहिबगंज। झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष और सांसद विजय हांसदा ने पारा शिक्षकों एवं पत्रकारों पर हुई लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बची है। रघुवर दास सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता की जगह उद्योगपतियों के बारे में ज्यादा सोच रही है। पारा शिक्षकों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपनी जायज मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं।

 
विजय हांसदा ने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस तरह से पारा शिक्षकों पर डंडे बरसाए वह बिल्कुल गलत और निंदा योग्य है। पुलिस ने मौके पर मौजूद पत्रकारों की भी पिटाई की और उनके कैमरे तोड़ डाले। राज्य सरकार ने इससे अपना तानाशाही रूप दिखाया है।
 
झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता को हाथों में कटोरा थमा दिया है। राज्य सरकार को जनता इसका जवाब अगले चुनावों में देगी। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ कुछ लोगों को लाभ देने में लगी हुई है और आम व्यक्ति से उसे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि जो शिक्षक बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं उन्हें आठ- दस हजार देने में परेशानी हो रही है और शराब बेचने वाले को सरकार बीस-पच्चीस हजार रुपए दे रही है।
 
सांसद ने कहा कि बिहार, बंगाल और जहां कहीं भी पारा शिक्षक हैं वहां उनकी मांगों को पूरा किया जाता रहा है। सिर्फ झारखंड राज्य में ही पारा शिक्षकों की मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। जिस तरह से इन राज्यों ने पारा शिक्षकों की मागों को पूरा किया है उसी आधार पर यहां भी पारा शिक्षकों की मांग को पूरा किया जाना चाहिए। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS