विश्रामपुर। प्रखंड के राष्ट्रीय नवीन मेल दैनिक अखबार के पत्रकार सह स्वास्थ्य विभाग के बीटीटी- रामेश्वर केशरी की मौत का खुलासा कर दिया गया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक- इंद्रजीत महथा ने पत्रकारों को बताया कि सहकर्मी व विगत आठ वर्षों से उसकी प्रेमिका रही ममता देवी ने ही रामेश्वर केसरी को आत्महत्या के लिए उकसाया था।
पुलिस ने ममता के विरूद्ध भादवि की धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एसपी ने बताया कि पलामू पुलिस ने इस मामले का एक चुनौती के रूप में लेकर एसआइटी के माध्यम से अनुसंधान शुरू किया था। इस क्रम में पाया गया कि विगत एक पखवारे के अंदर ममता व रामेश्वर के बीच मोबाइल फोन से 473 बार काल किए गए थे। इसके अलावा कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के बयान पर कार्रवाई करते हुए ममता देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इस क्रम में ममता ने रामेश्वर की मौत के कारणों का खुलासा कर दिया।
उन्होंने बताया कि घटना के दिन सुबह 7.30 बजे ममता व रामेश्वर के बीच बातचीत हुई थी। इसके बाद दिन में प्रशिक्षण केंद्र में दोनों की मुलाकात हुई। बताया कि कुछ देर के लिए रामेश्वर बाहर से फल लाकर वापस प्रशिक्षण केंद्र पहुंचा। इस बीच दोनों के बीच आपसी संबंधों को लेकर भावनात्मक बहस भी हुई। इस क्रम में रामेश्वर ने कहा कि वह ममता के लिए जान भी दे सकता है। इस पर ममता ने व्यंग्य किया। ममता के व्यंग्य से आहत होकर उसने पास में ही रखे एक साफे को गर्दन में लपेट पर फांसी पर झूलने का प्रयास करने लगा। उसे रोकने की कोशिश में उसकी चूड़ी भी टूट गई थी। बकौल ममता घटना के समय वह अपने रो रहे बच्चे को चुप कराने के लिए कमरे से बाहर चली गई थी। कुछ देर बात वापस आने पर रामेश्वर को फांसी पर झूलता देखकर उसके होश उड़ गए। काफी देर तक उसने रामेश्वर को बचाने की कोशिश की। इसके लिए उसके पैर को टेबल पर भी रखा, लेकिन वह उसे बचा नहीं सकी। बाद में घबरा कर वह अपने घर चली गई व साक्ष्य छिपाने के लिए मोबाइल फोन को बक्से में छिपा दिया।
एसपी ने बताया कि विगत आठ वर्षों से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इससे दोनों का पारिवारिक जीवन में प्रतिदिन झगड़ा हो रहा था। पुलिस ने ममता के घर से तीन मोबाइल फोन, सिम कार्ड व घटना स्थल से बरामद चूड़ी का सेट बरामद कर लिया है। एसआइटी में शामिल अधिकारी
रामेश्वर केसरी की संदिग्ध अवस्था में हुई मौत की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई थी। इसमें पुलिस उपाधीक्षक सुरजीत कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी विमलेश त्रिपाठी, पुलिस निरीक्षक डीएन रजक, महिला थाना प्रभारी दुलर चौड़े, सदर थाना प्रभारी ममता कुमारी, रेहला थाना प्रभारी नूतन मोदी व विश्रामपुर थाना प्रभारी शामिल थे।
क्या है पोस्टमार्टम रिपोर्ट में
पलामू पुलिस ने रामेश्वर केसरी के मौत के मामले में दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्त में घटना संबंधित साक्ष्यों को बगैर नष्ट किए हुए विधिवत तरीके से शव को उतार कर कार्रवाई शुरू किया गया था। इसमें प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी की उपस्थिति में चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें मृत्यु का कारण फंदे से लटक कर दम घुटना बताया गया है। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी।