झारखंड
सुधाकरण के भाई के मामले की जांच एनआईए से कराने की अनुशंसा
By Deshwani | Publish Date: 17/10/2017 12:58:46 PMरांची, (हि.स.)। डीजीपी डीके पांडेय ने राजधानी से गिरफ्तार नक्सली सुधाकरण के भाई के पास से बरामद रुपये और सोना की जांच एनआईए से कराने की अनुशंसा सरकार से की है। सीएम की सहमति मिलने के बाद इस मामले को एनआईए को सुपुर्द किया जा सकता है।
भाकपा माओवादी संगठन के एक करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकरण उर्फ सुधाकर राव के भाई डी. नारायण राव के पास से बरामद 25 लाख रुपये और आधा किलो सोना के मामले की जांच एनआईए कर सकता है। कुछ दिन पहले सुधाकरण से मिलकर उसका भाई और आंध्र प्रदेश का एक व्यवसाई सत्यनारायण रेड्डी रांची स्टेशन के पास से पकड़ा गया था। उसके पास से नकदी और सोना बरामद हुआ था। इस मामले में चुटिया में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस कांड की अनुशंसा की गई है और अनुरोध किया गया है कि एनआईए इस मामले की जांच करें। साथ ही नक्सलियों के आर्थिक स्रोत का पता लगाएं। नक्सलियों को कौन-कौन लेवी देते है, इसकी भी जांच हो।
फिलहाल एनआईए पूर्व मंत्री रमेश सिंह हत्याकांड के अलावा हजारीबाग में बरामद विदेशी हथियार के मामले की जांच कर रही है। हजारीबाग के मामले में एनआईए ने जांच भी शुरू कर दी है। रांची के चुटिया में जो मामला दर्ज है। उसके दोनों आरोपी जेल में बंद है। दोनों को 30 अगस्त को रांची स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया था। नक्सलियों के पास से आधा किलो सोना बरामद किया गया था। इसके अलावा, नक्सली साहित्य भी बरामद किए गए थे। पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों तेलुगु में बातचीत कर रहे थे। दोनों हिंदी जानते हुए पुलिस को गुमराह कर रहे थे।