अंतरराष्ट्रीय
कोरोना वायरस के प्रतिकूल आर्थिक प्रभाव से निपटने के लिए अमरीकी राष्ट्रपति ने अरबों डॉलर की आपातकालीन आर्थिक सहायता विधेयक पर किए हस्ताक्षर
By Deshwani | Publish Date: 19/3/2020 4:48:19 PMनई दिल्ली। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नोवेल कोरोना वायरस के कारण प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों का सामना कर रहे अमरीकी लोगों की मदद के लिए अरबो डॉलर की आपातकालीन आर्थिक सहायता संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किये हैं। फैमिलीज़ फर्स्ट कोरोना वायरस रिस्पांस एक्ट के नाम से लाए गए विधेयक के तहत प्रभावित कर्मियों को बीमार होने पर सवैतनिक छुट्टी देने और कोविड-19 का परीक्षण मुफ्त कराने के प्रावधान हैं।
इसके जरिये अमरीकी सरकार की ओर से नोवेल कोरोना की महामारी से निपटने के लिए जारी प्रयासों के तहत बेरोजगारी संबंधी बीमा, खाद्य सहायता और चिकित्सकीय सहायता के लिए रकम को भी प्रोत्साहन मिलेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने कल एक बयान में कहा कि उन्होंने जिस विधेयक पर हस्ताक्षर किये हैं उससे आपातकालीन अनुपूरक विनियोग की व्यवस्था होगी और कानून में बदलाव से राष्ट्र को महामारी से निपटने में मदद मिलेगी।
प्रतिनिधि सभा और सीनेट से पारित इस कानून को नोवेल कोरोना वायरस से निपटने के अमरीकी संघीय सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। इससे वायरस के कारण अमरीकी लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा पर होने वाले असर पर भी ध्यान दिया जा सकेगा। व्हाइट हाउस के अनुसार इस कानून के माध्यम से सुनिश्चित किया गया है कि वायरस से प्रभावित अमरीकी परिवारों और व्यवसायों को आवश्यकता पड़ने पर ठोस मदद मिल सके।
इस विधेयक में आर्थिक स्थिति से परे जाकर उन सभी योग्य कर्मियों के लिए नोवेल कोरोना वायरस के मुफ्त परीक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी, जो बीमार हैं, सबसे अलग रह रहे हैं, किसी पीडि़त व्यक्ति की तीमारदारी कर रहे हैं या किसी ऐसे बच्चे का ध्यान रख रहे हैं जिसका स्कूल बंद हो चुका है। उन सभी व्यक्तियों को वेतन का भुगतान जारी रखा जायेगा। अमरीका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केन्द्रों के अनुसार वहां फिलहाल नोवेल कोरोना वायरस के कम से कम आठ हजार 736 मरीज मौजूद हैं और एक सौ उनचास लोगों की मृत्यु हो चुकी है।