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आईआईटी दिल्ली ने कोहेसिटी के संस्थापक और सीईओ मोहित अरॉन का चुनाव 2019 के विशिष्ट अलमनाई अवार्ड के लिए किया
By Deshwani | Publish Date: 4/11/2019 11:20:00 AM
Business Wire India
कोहेसिटी (Cohesity) ने आज एलान किया कि कंपनी के संस्थापक और सीईओ डॉ. मोहित अरॉन (Mohit Aron) को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (आईआईटी) दिल्ली से प्रतिष्ठा वाला अलमनाई अवार्ड मिला है। इस पुरस्कार के लिए अरॉन का चुनाव उद्यमिता के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए किया गया है। इसमें कोहेसिटी की स्थापना, नुटैनिक्स की सह-स्थापना और “हाइपरकनवरजेंस के पितामह” के रूप में पहचाना जाना शामिल है।

आईआईटी दिल्ली भारत की एक अग्रणी टेक्नालॉजी यूनिवर्सिटी है और इसके पाठ्यक्रम, फैकल्टी तथा अलमनाई (पूर्व छात्र) की उत्कृष्टता दुनिया भर में जानी जाती हैं। अरॉन को आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की उपाधि 1995 में मिली थी। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई राइस यूनिवर्सिटी में जारी रखी थी जहां उन्हें कंप्यूटर साइंस में पीएचडी मिली। यह डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम्स (वितरित प्रणाली) पर केंद्रित था। इसके बाद अरॉन गूगल फाइल सिस्टम में एक लीड डेवलपर हुए। 2009 में वे नुटैनिक्स के सह संस्थापक बने और 2013 में कोहेसिटी की शुरुआत की।

अरॉन के नेतृत्व में रोहेसिटी डाटा मैनेजमेंट बाजार को बाधित कर रही है। वैश्विक स्तर पर इसके कर्मचारियों की संख्या 1,300 से ज्यादा है और स्वतंत्र अनुसंधान फर्मों तथा वैश्विक संगठनों (organizations) द्वारा इन्हें लीडर (Leader) के रूप में मान्यता मिली। वर्ल्ड इकनोमिक फोरम ने इन्हें “टेक्नालॉजी पायोनियर” (technology pioneer) के रूप में मान्यता दी।

अरॉन ने कहा, “आईआईटी दिल्ली द्वारा ऐसा विशिष्ट पुरस्कार देने के लिए चुने जाने से मैं सम्मानित हुआ हूं। आईआईटी दिल्ली में मेरे अनुभव ने वह आकार दिया है जो मैं आज हूं। आईआईटी समाज से मैं अपना संबंध बनाए हुए हूं और यह समाज को वापस करने के तरीके के रूप में है। मैं उम्मीद करता है कि इससे छात्र बड़ी चुनौतियां लेने के लिए प्रेरित होंगे। इससे दुनिया को बदलने में सहायता मिल सकती है।” अरॉन ने आगे कहा, “आईआईटी दिल्ली भारत के लिए और दुनिया के लिए एक जोरदार ऐसेट है। नवाचार करने वालों और उद्यमियों के लिए यह एक बुनियाद की तरह है। आईआईटी में मैंने चुनौतीपूर्ण कार्य के बावजूद दृढ़ रहना सीखा। मैंने यह भी जाना कि जीवन भर सीखते रहना कितना महत्वपूर्ण है और इसीलिए मैंने कोहेसिटी में सभी कर्मचारियों के लिए एक सांस्कृतिक दिशानिर्देश  की शुरुआत की। यह है : विनीत रहें, सीखते रहें।”

आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. वी रामगोपाल राव ने कहा, “डॉ. अरॉन का चुनाव एक उद्यमी और नया करने वाले के रूप में उनकी आकर्षक उपलब्धियों के लिए हुआ। उन्होंने दो सफल कंपनियों – नुटैनिक्स और कोहेसिटी की स्थापना की है।” उन्होंने आगे कहा, "हमारे जीवन को बेहतर कर सकने वाली बड़ी चुनौतियां लेने की उनकी कोशिश, दृष्टि और फोकस ने हमारे छात्रों, पूर्व छात्रों और उद्यमियों के लिए हर जगह एक बढ़िया उदाहरण स्थापित किया है।”

आईआईटी दिल्ली के अलमनाई मामलों और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के डीन प्रोफेसर संजीव सांघी ने कहा, “इस साल के विशिष्ट अलमनाई अवार्ड के प्राप्तकर्ता आईआईटी के पूर्व छात्रों में रहने वाली उद्यमिता की समृद्ध परंपरा का प्रतिनिधित्व करना जारी रखे हुए हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यूनिकॉर्न के भारतीय या भारतीय मूल के संस्थापकों में 50 प्रतिशत आईआईटी दिल्ली के स्नातक हैं।”

आईआईटी दिल्ली के बारे में

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी दिल्ली देश के सात पुराने स्थापित टेक्नालॉजी संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना उच्च प्रशिक्षण, अनुसंधान और विज्ञान में विकास के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में की गई थी। 1961 में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के रूप में दिल्ली में स्थापित यह संस्थान 1963 के इंस्टीट्यूट्स ऑफ टेक्नालॉजी अमेंडमेंट ऐक्ट के तहत "राष्ट्रीय महत्व की संस्था" घोषित कर दिया गया और इसका नाम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी, दिल्ली रखा गया। भारत सरकार ने हाल में, आईआईटी दिल्ली को “इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस” का दर्जा दिया है। यह सम्मान तीन लोक संस्थाओं में से एक को ही यह सम्मान दिया गया है। अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए इस संस्थान में हर साल करीब 900 छात्रों को दाखिला मिलता है जबकि स्नातकोत्तर कार्यक्रम के लिए 1900 छात्रों को चुना जाता है।

कोहेसिटी के बारे में

कोहेसिटी (Cohesity) डाटा मैनेजमेंट के एक नए युग में प्रवेश करती है जो आज के कारोबारों के समक्ष मौजूद : मास डाटा फ्रैगमेंटेशन (mass data fragmentation) की मुश्किल चुनौती को दूर करती है। एंटरप्राइज डाटा में से ज्यादातर — बैकअप, आर्काइव्ज, फाइल शेयर, ऑबजेक्ट स्टोर, और टेस्ट / डेवलपमेंट तथा एनालिटिक्स के लिए उपयोग में लाया जाने वाला डाटा — फ्रैगमेंट्ड संरचना में रहता है जो इसकी रक्षा को मुश्किल, प्रबंध को महंगा और विश्लेषण को मुश्किल बनाता है। कोहेसिटी वेब स्केल प्लैटफॉर्म (platform) पर सिलोज को सुदृढ़ करती है जो ऑन प्रेमिसेज, क्लाउड और एज़ पर होता है तथा इससे संगठन को इस प्लैटफॉर्म पर ऐप्प्स को चलाने की अनूठी शक्ति मिलती है — इस तरह डाटा का बैकअप तैयार करना और उससे जानकारी लेना पहले के मुकाबले काफी आसान होता है। कोहेसिटी 2019 का एक सीएनबीसी डिसरप्टर (2019 CNBC Disruptor) है और वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम ने इसे टेक्नालॉजी पायोनीयर घोषित किया था (Technology Pioneer by the World Economic Forum)। हमारे वेबसाइट (website) और ब्लॉग (blog) पर आइए ट्वीटर (Twitter) और लिंक्डइन (LinkedIn ) पर फलो कीजिए और फेसबुक (Facebook) पर हमें लाइक कीजिए।

स्रोत रूपांतर businesswire.com पर देखे: https://www.businesswire.com/news/home/20191101005169/en/
 
संपर्क:
रॉस कैम्प
वाइस प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस
rcamp@cohesity.com
415.846.4960 बीओसीए कम्युनिकेशंस फॉर कोहेसिटी
cohesity@bocacommunications.com 

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