मुंबई। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) ने सूचना प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाता कंपनी माइंड ट्री में शेयरों को खरीदने की पेशकश की है। देश के सूचना प्रौद्यागिकी (आईटी) क्षेत्र में पहली बार जबरन अधिग्रहण किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस अधिग्रहण रो शेयरधारकों की मंजूरी मिली है। कंपनी के प्रबंधन ने इस अधिग्रहण का विरोध किया है। सूत्रों के अनुसार, एल एंड टी ने सोमवार को ही माइंड ट्री कंपनी की 66 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए कुल 10,800 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पेश किया था।
उल्लेखनीय है कि माइंड ट्री में कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी.जी. सिद्धार्थ सबसे बड़े शेयरधारक हैं। माइंड ट्री में उनकी शेयरधारिता 21 फीसदी हो गई है। माइंड ट्री के संस्थापक सदस्यों में कृष्णकुमार नटराजन, सुब्रतो बागची, एन.एस. पार्थशास्त्री और कंपनी के सीईओ रॉस्तो रावनन की हिस्सेदारी भी है। सिद्धार्थ ने अब कंपनी में अपनी हिस्सेदारी एल एंड टी को बेचने का फैसला किया है। ओपन ऑफर के जरिए माइंड ट्री में कंट्रोलिंग स्टेक लेने के लिए एल एंड टी की ओऱ से एक अरब डॉलर का निवेश किया जा सकता है। मैनेजमेंट व संस्थापक सदस्य इस अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 13 फीसदी ही है। सभी फाउंडर शेयरों के बायबैक के जरिये अपनी स्थिति मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, सिद्धार्थ पर आयकर विभाग का लगभग 300 करोड़ रुपये बकाया है। आर्थिक संकटों में घेरे सिद्धार्थ अब माइंड ट्री में अपनी हिस्सेदारी बेचकर आर्थिक संकट से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। इस बीच, कंपनी के संस्थापकों में से एक सुब्रतो बागची ने कहा था कि माइंड ट्री के जबरन अधिग्रहण के खतरे को देखते हुए उन्हें ओडिशा सरकार में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है।
कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, होस्टाइल बिड्स की स्थितिय़ों में परिसंपत्तियों का प्रबंधन करना आसान नहीं है। इससे कंपनी के मैनेजमेंट के साथ शत्रुतापूर्ण स्थितियां निर्माण होंगी। नियंत्रण और कर्मचारियों के प्रबंधन की समस्या महत्वपूर्ण होगी। आईटी सेक्टर के लिए भारत में अब तक होस्टाइल बिड्स का कोई उदाहरण नहीं आया है। हालांकि इस होस्टाइल बिड्स से पहले ही एल एंड टी ने माइंड ट्री कंपनी की 20.3 प्रतिशत शेयरधारिता खरीदने के लिए कॉफी डे एंटरप्राइजेज के संस्थापक वी. जी. सिद्धार्थ के साथ एक समझौता करार भी किया था। माइंडट्री में नियंत्रित हिस्सेदारी खरीदने के लिए एल एंड टी ने 980 रुपये प्रति शेयर का दर निर्धारित किया है। खुले बाजार से 980 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 15 प्रतिशत तक की अतिरिक्त हिस्सेदारी भी एल एंड टी ने खरीदने का प्लान बनाया है।
माइंड ट्री के शेयरधारकों से भी 31 प्रतिशत हिस्सा खरीदने के लिए कंपनी ने 980 रुपये प्रति शेयर की खुली पेशकश की भी घोषणा की है। यह तीन-चरणों वाले लेन-देन के तहत एलएंडटी के पास माइंडट्री में हिस्सेदारी बढ़कर 20.3 फीसदी से 66.3 प्रतिशत तक हो जाएगी। इसके लिए 10,7,7 करोड़ रुपये तक का निवेश कर सकती है।