बिहार
किसानों के बकाये का भुगतान ब्याज सहित तथा रिगा चीनी मिल को अविलंब चालू करने की मांग
By Deshwani | Publish Date: 20/1/2021 8:51:20 PMबेतिया। देशवाणी न्यूज़ नेटवर्क। गन्ना उत्पादक किसान महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव नन्द किशोर शुक्ला तथा बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने संयुक्त बयान में बतलाया कि रिगा चीनी मिल को बन्द करना किसानों के साथ धोखा है। यह चीनी मिल की मनमानी और हठधर्मिता है । जिसके चलते सीतामढ़ी जिला , पूर्वी चम्पारण , शिवहर तथा मुजफ्फरपुर के कुछ हिस्से के किसानों का गन्ना लगभग 15 लाख क्विंटल खेतों में पड़ा हुआ है ।
जो किसी भी स्थिति मे राज्य हित में नहीं है । जबकि किसानों का बकाया रिगा चीनी मिल पर करीब 140 करोड रुपये तथा बिहार के अन्य चीनी पर 364 करोड़ रुपये है। द्वय नेताओं ने बिहार के गन्ना मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह से पत्र द्वारा मांग किया है कि रिगा चीनी मिल के सभी मजदूरों को शिघ्र काम पर बगैर किसी शर्त के रखकर मिल शीघ्र चालू किया जाय तथा सभी किसानों को ब्याज सहित बकाया भुगतान किया जाय ।
हम गन्ना मंत्री से कहना चाहते हैं कि बिहार सरकार के उद्योग एवं किसान विरोधी रुख के चलते आज 29 चीनी मिलों में से मात्र 11 चीनी मिलें चल रही थी । उसमें रिगा चीनी मिल बन्द होने से 10 हीं चीनी मिल चालू है ।जबकि 16 बन्द चीनी मिलें बिहार शुगर कारपोरेशन के अधीन बन्द पड़ा है ।गन्ना पेराई सीजन के दो माह होने के बाद भी नये सत्र के लिए गन्ना का परामर्शी मूल्य घोषित नही किया गया है जो बिहार सरकार की कृषि आधारित उद्योग को नहीं चलाने की उदासीन नीतियों को ही दर्शाता है।
उन्होंने किसानों का आह्वान किया है कि अपने अधिकार के लिए चीनी मिलों तथा बिहार सरकार के विरुद्ध संघर्ष छेड़ने के लिए तैयार हो जाए।