राजद कार्यकर्ता कृषि बिल के विरोध में पटना की सड़क पर उतरे, तेजस्वी चला रहे ट्रैक्टर
पटना । कृषि बिल के विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में आज किसानों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आंशका है कि आज किसान उग्र प्रदर्शन कर सकते हैं। बता दें कि हरियाणा और पंजाब के किसान इस बिल के खिलाफ सबसे ज्यादा विरोध दर्ज कर रहे हैं। बिल के विरोध में अब किसानों संगठनों के अलावा कांग्रेस और सपा का भी समर्थन मिल रहा है। जानकारी के अनुसार आज किसानों के 31 संगठनों ने बंद का एलान किया है।
कृषि बिल के खिलाफ आज बिहार में राजद ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है। इसी बहाने राजद को विधानसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन का भी मौका मिला है। पार्टी यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि लोगों का कितना अधिक समर्थन उसे प्राप्त है। राजद नेता तेजस्वी यादव खुद ट्रैक्टर चला रहे हैं और उनके पीछे समर्थक नारे लगाते हुए चल रहे हैं। तेजस्वी के पीछे 50 से अधिक ट्रैक्टर का काफिला चल रहा है।
इस दौरान तेजस्वी राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र की सरकार ने अन्नदाताओं को अपने फंड दाता की कठपुतली बना दी है। यह बिल किसान विरोधी है। इससे किसान लाचार, हताश, निराश और टूट चुका है। यह सरकार तो कहती थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना करेंगे। इससे किसानों का आय बढ़ना तो दूर वे और गरीब हो जाएंगे। डबल इंजन की इस सरकार ने कोई ऐसा सेक्टर नहीं छोड़ा है जिसका निजीकरण न किया हो। एक कृषि क्षेत्र बचा था उसका भी निजीकरण कर दिया गया।
तेजस्वी ने कहा इस विधेयक में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का कहीं कोई जिक्र नहीं है। बिहार ऐसा पहला राज्य है जहां 2006 में नीतीश कुमार ने एपीएमसी को रद्द कर दिया था। बाजार समितियों को खत्म कर दिया, जिससे बिहार का किसान गरीब से गरीब होता गया और पलायन करने की स्थिति आई। नीतीश कुमार ने हर बार की तरह इस बार भी यू-टर्न मारा है। चाहे नोटबंदी हो, सीएए व एनआरसी हो या किसान बिल हो। जदयू ने पहले कहा था कि इस विधेयक में एमएसपी का जिक्र होना चाहिए। मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि बिहार में एमएसपी क्यों नहीं है? नीतीश दूसरों के बारे में कहते हैं कि उसे ज्ञान नहीं है। ऐसा लगता है कि उन्हें ही ज्ञान नहीं है। अपने आप को वह सर्व ज्ञानी मानते हैं। बताएं कि नीतीश कुमार कृषि बिल के विधेयक तीन को पढ़े हैं या नहीं पढ़े हैं?
बता दें कि तेजस्वी यादव के आह्वान पर हजारों की संख्या में राजद कार्यकर्ता पटना पहुंचे हैं। ट्रैक्टर लेकर आए अधिकतर लोगों यह पता नहीं कि वे किस बात का विरोध करने आए हैं। एक ट्रैक्टर चालक से जब मीडिया वालों ने पूछा कि किस बात का विरोध करने आए हैं तो उसने कहा चुनाव है इसलिए आए हैं।
वहीं राबड़ी आवास के बाहर राजद से जुड़े पांच डॉक्टर भी पीपीई किट पहनकर किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते दिखे। डॉक्टरों ने हाथ में आलू और प्याज लिया हुआ था। विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर ने कहा कि हमलोग भले ही चिकित्सा के पेशे से हैं, लेकिन किसानों की चिंता हमें भी है। किसान अन्न और सब्जी उगाते हैं तभी हमें खाना मिलता है।