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दिव्या शक्ति ने पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा में मारी बाजी
By Deshwani | Publish Date: 4/8/2020 6:52:30 PM
दिव्या शक्ति ने पहले प्रयास में ही सिविल सर्विस परीक्षा में मारी बाजी

बेतिया। उपेंद्र नाथ तिवारी। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के रिटायर्ड अधीक्षक डा. डीके सिंह की सबसे छोटी पुत्री दिव्या शक्ति ने पहले प्रयास में ही यूपीएससी में सफलता प्राप्त की है। उन्हें ऑल इंडिया में 79 रैंक प्राप्त हुआ है। दिव्या शक्ति की इस उपलब्धि से पूरा परिवार प्रसहै। बधाई देने वालों को तांता लगा हुआ है। 




सारण जिला अंतर्गत कोठेयां में पली-बढ़ी दिव्या शक्ति दसवीं की परीक्षा मुजफ्फरपुर से 2008 में पास की। 12 वीं बोकारो डीपीएस से किया । इसके बाद बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड एमएसी इंकॉनोमिक्स 2016 में पिलानी से किया। करीब दो साल तक मुम्बई स्थित जेपी मॉर्गेन कंपनी में नौकरी की। नौकरी के दौरान ही यूपीएससी करने का मन बनाया और 2018 में नौकरी छोड़ दी। करीब छह माह दिल्ली में रहकर तैयारी की। इस दौरान उन्होंने यूपीएससी से संबंधित सामग्री जुटाई। कुछ माह इससे संबंधित कोचिंग भी की और उसके बाद घर वापस लौट गई। घर पर ही तैयारी करने लगी। कहा जाता है कि सही लग्न के साथ सही दिशा में की कई मेहनत जरुर रंग लाती है। दिव्या शक्ति के साथ भी वहीं हुआ। 



उन्होंने अपनी कठिन परिश्रम और लग्न के बदौलत प्रथम प्रयास में ही सफलता को प्राप्त कर लिया। दिव्या शक्ति ने कहा कि इंटरव्यू के कुछ दिन पहले ही उनके पाता कोरोना पॉजेटिव हो गए थे। नतीजतन उनका पूरा परिवार परेशान हो गया। वे भी कुछ दिनों के लिए चिंतित हो गई। लेकिन परिवार का स्पोर्ट मिला। वे आगे बढ़ी और सफलता को अपनी झोली में कर लिया। दिव्या शक्ति दो बहन एक भाई में सबसे छोटी है। बड़े भाई गुड़गांव में प्राइवेट कंपनी में मैनेजर के पद पर है। बहन केंद्रीय विद्यालय भटिंडा से पीएचइडी कर रही है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता डा. डीके सिंह, माता मंजूल प्रभा, सहित पूरे परिवार को दिया है। ईश्वर का भी धन्यवाद किया। कहा हर मुश्किल समय में उनका साथ मिला है।
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