मोतिहारी के कई मुहल्ले कंटोंमेन्ट जोन में, लोग फेस मास्क के प्रति दिख गैर जिम्मेदार, बिना काम के सड़कों पर कर रहे मटर गश्ति, कुछ चिकित्सकों के भी संक्रमित होने की अपुष्ट सूचना भी
मोतिहारी । पूर्वी चम्पारण में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है। दरअसल लोग अनलौक के बाद कुछ ज्यादा ही दुस्साहस कर रहे हैं। फेस मास्क के प्रति जिम्मेदार नहीं दिख रहे हैं। लोगों को बिना काम के शहर की सड़कों पर घुमते देखा जा रहा है। कुछ लोगों ने यह भी भ्रम पाल रखा है कि कोविड संक्रमण उन्हें नहीं होगा।
मंगलवार को भी जिले में एक चिकित्सक समेत नौ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। अपुष्ट सूचना तो शहर के तीन नामी चिकित्सकों के कोरोना पोजिटिव की भी है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा। वहीं जिले व शहर के कई मुहल्ले को कोंटेमेन्ट जोन भी घोषित किए गए है। इसी के साथ पूर्वी चंपारण में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 271 हो गई है। तीन मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
अब तक कुल 226 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। एक निजी चिकित्सक के भी संक्रमित होने तथा कई चिकित्सकों के संक्रमण के दायरे में आने की आशंका को लेकर लोगों में भय का माहौल देखा जा रहा है। मंगलवार को कुल एक्टिव केस की संख्या 42 बताई गई। मंगलवार को जो जांच रिपोर्ट आई उसमें नौ पॉजिटिव एवं 105 निगेटिव रिपोर्ट शामिल हैं। अब तक जिले में कुल 8408 सैंपल्स की जांच हुई है। जांच के बाद कुल 271 पॉजिटिव एवं 6713 निगेटिव रिपोर्ट मिली।
मंगलवार को मिले नौ संक्रमित मरीजों में मोतिहारी के छह, मधुबन के दो तथा रक्सौल का एक मरीज शामिल है। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने रोकथाम को लेकर कई कदम उठाए हैं। जिले में कई कंटेनमेंट व बफर जोन बनाए जा रहे हैं। मास्क के प्रयोग को लेकर खासा बल दिया जा रहा है। जांच अभियान को गति दी जा रही है। बिना मास्क के पकड़े गए व्यक्ति को दंडित भी किया जा रहा है।
मंगलवार को जिला मुख्यालय सहित अन्य हिस्सों में जांच अभियाल चलाया गया। लोगों से अनावश्यक घर से बाहर न निकलने तथा शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है। हाल के रिपोर्ट्स में मोतिहारी शहर और आसपास संक्रमित मरीज ज्यादा मिले हैं। अब जो संक्रमित मरीज मिल रहे हैं उनका कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है।
यह स्थिति चौकाने वाली है। कोरोना को लेकर आम लोगों की लापरवाही भी संक्रमण का कारण बन रही है। भीड़भाड़ वाले जगहों पर शारीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण की पहुंच अब सरकारी चिकित्सकों के अलावा निजी डॉक्टरों तक भी हो गई है। शहर के एक डॉक्टर के संक्रमित होने की सूचना है। इस बात से लोगों में भय है। जहां तक सरकारी महकमों की बात है तो स्वास्थ्य विभाग के अलावा, पुलिस, जेल, प्रशासन आदि में भी कोरोना की पहुंच हो चुकी है। हालांकि इनमें से ज्यादातर लोग स्वस्थ भी हो गए हैं।