ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
तूल पकड़ने लगा संवेदक और सहायक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण बेतिया का मामला
By Deshwani | Publish Date: 21/8/2019 10:12:10 PM
तूल पकड़ने लगा संवेदक और सहायक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण बेतिया का मामला

बेतिया अवधेश कुमार शर्मा।  पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया स्थित लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल विभाग में संवेदक के रूप में कार्य कर रहे अहमद हुसैन ने वर्ष 2013-2014 मे लगभग 5 करोड़  50 लाख रुपए का कार्य कराये जाने के बाद, उसमें लगभग 4 करोड़ रुपए का भुगतान हो जाने के बाद, शेष बचे लगभग सवा करोड़ रुपये के भुगतान के लिए संवेदक ने जब विभागीय अधिकारियों से बात कर भुगतान का दबाव बनाया तो विभागीय अधिकारियों ने संवेदक से ₹100000 बतौर (पीसी) नजराना की मांग किया। नजराना नहीं देने के बाद अधिकारियों ने संवेदक को कई तरह से प्रताड़ित करने, विभिन्न कार्यों में कमी निकालकर परेशान करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया। इसी कड़ी में दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो गया है। संवेदक के पुत्र ने जब अपने पिता के कार्यों के भुगतान के लिए प्रयास किया, तो उस पर भी कई तरह के आरोप लगाए गए। इसी कड़ी में सोमवार को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग सहायक अभियंता सह प्राक्कलन  अभियंता बालमुकुंद कुमार के द्वारा संवेदक के पुत्र समेत अन्य पर कार्यालय से खींच कर मारपीट करने गाली गलौज करने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए नगर थाना बेतिया में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। 

 
 
इस बाबत सहायक अभियंता बालमुकुंद से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि संवेदक के पुत्र ने उनके साथ दुर्व्यवहार, कार्यालय में घुसकर मारपीट किया। उन्होंने संवेदक के कराए गए, सभी कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने का मांग किया। इसी सिलसिले में जब कार्यपालक अभियंता से बात की गई तो उन्होंने विभागीय किसी भी मामले में बिना जिला पदाधिकारी के आदेश का कुछ भी बोलने से इंकार किया। उन्होंने जिला पदाधिकारी के आदेश के बगैर कुछ भी कर या बोल नहीं सकता। उनसे जब सहायक अभियंता पर किए गये केस के मामले में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनपर भी एक फर्जी मुकदमा कराया गया था। उनका कहना है कि अपने निवास पर कभी किसी औरत को दाई के रूप में नहीं रखा है, जब बालमुकुंद पर लगाए गये आरोप के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह सभी गलत आरोप है। जब सहायक अभियंता से उन पर दायर किए गए परिवाद संख्या 959/2019 मुद्दई शांति कुमारी के द्वारा भादवि की धारा 323, 324, 147, 148, 120बी, 307 और 354 के तहत लगाये गए आरोप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे गलत बताते हुए कहा कि यह सब मनगढ़ंत है। 
 
 
उधर जब संवेदक के पुत्र अख्तर हुसैन से पूछा गया तो उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि उनके पिता अस्वस्थ हो गए हैं तथा विभाग में उनके कराए गये कार्यों का लगभग सवा करोड़ रुपये बकाया हैं। जिसके भुगतान के लिए उसे प्रताड़ित व परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं पिता बकाया लगभग सवा करोड़ रुपये भुगतान के लिए अधिकारी ₹100000 अग्रिम कमीशन (पीसी) नजराना की मांग कर रहे हैं। दर असल मामला जो भी हो लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की पूरी कारगुजारियों की उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है। संपूर्ण जिले में बालमुकुंद अकेले सहायक अभियंता हैं, जिनकी कारगुजारियों से संवेदक तंग और  तबाह हैं। 
 
 
उधर मझौलिया प्रखंड के सरिसवा पंचायत में कराए गए कार्यों के संदर्भ में विभागीय मिली भगत का आरोप है। जिससे वहाँ बहुत घटिया कार्य कराया गया है। लोकस्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को जितनी गहराई में पाइप लगाया जाना है, उतनी गहराई में नहीं लगाया जा रहा है। उधर संवेदक ने अधीक्षण अभियंता के ज्ञापांक301 दिनांक 20 जुलाई 18 की छाया प्रति उपलब्ध कराया है, जिसमें अधीक्षण अभियंता ने कार्यपालक अभियंता को संवेदक के कराए गए कार्यों का भुगतान करने का निदेश दिया है। 
 
 
अधीक्षण अभियंता के निर्देश के लगभग एक वर्ष गुज़रने बावजूद संवेदक के कार्यों का भुगतान नहीं किया जाना स्वतः यक्ष प्रश्न है। जिसकी उच्चस्तरीय जांच अवश्य होनी चाहिए। पश्चिम चम्पारण जिला में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कराये जा रहे कार्यों के संदर्भ में लूट खसोट, अनियमितता और अधिकारियों की मनमानी के सम्बंध में जितनी मुंह उतनी बात की चर्चा सर्वत्र है। पूरे मामले में "तुम ना मानो मगर हक़ीक़त हैं, घटिया काम व रिश्वत  एक दूजे की ज़रूरत है" चरितार्थ है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS