राज्यपाल सह कुलाधिपति ने बिहार के चार विश्वविद्यालयों को तीन महीने के भीतर लंबित परीक्षा संपन्न कराने को कहा
पटना। राजभवन सभागार में शुक्रवार को महामहित राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने सभी विश्वविद्यालयों के परीक्षा नियंत्रकों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। जिसमें यह बात सामने आई कि बिहार के चार विश्वविद्यालयों मगध, बोधगया, बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर तथा वीर कुंवर सिंह विश्वविद्याल आरा के विभिन्न सत्रों की यूजी व पीजी पाठ्यक्रमों की क्रमश: 8, 5 एवं 4 पूर्व परीक्षाएं लंबित हैं।
बैठक में उन्होंने विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रकों को निदेशित किया कि सत्र 2014-17, 2015-18 एवं 2016-19 की लंबित यूजी परीक्षाएं तीन महीने के भीतर संपन्न कराने के लिए कलेण्डर जारी करें। इसकी सूचना विश्वविद्याल की वेवसाइटों पर एवं अखबार मेें प्रकाशित करें। जिससे छात्र तैयारी कर सकें।
समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि पटना विश्वविद्यालय, ललित नारायणमि थिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर सहित कुछ अन्य विश्वविद्यालय ‘परीक्षा-कैलेण्डर’ के अनुपालन में संतोषजनक प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां पर परीक्षाएं ससमय आयोजित हो रही हैं।
आज की बैठक में सभी परीक्षा-नियंत्रकों को इस बात की हिदायत की गई कि सत्र 2019-22 के लिए यूजी में एवं सत्र 2019-21 के लिए पी॰जी॰ में एडमिशन की प्रक्रिया ससमय पूरी करते हुए सत्रारंभ के साथ ही छात्रों को उनकी पूरी पाठ्यक्रम-अवधि के लिए ‘परीक्षा-कैलेण्डर’ उपलब्ध करा दिए जाए। ताकि उन्हें मालूम रहे कि उनकी कौन-सी परीक्षा कब होनी है। इस ‘परीक्षा-कैलेण्डर’ को विश्वविद्यालयों की वेबसाइटों पर भी प्रकाशित करने की ताकीत की गई।
सभी परीक्षा-नियंत्रकों को इस बात का भी निदेश दिया गया कि विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाएं कदाचारमुक्त एवं स्वच्छ वातावरण में आयोजित करायी जानी चाहिए, ताकि छात्रों की वर्गाध्यापन के प्रति अभिरूचि बढ़े एवं काॅलेजों में उनकी अधिकाधिक उपस्थिति भी सुनिश्चित हो सके।
परीक्षा-नियंत्रकों को यह बताया गया कि परीक्षा-आयोजन में विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों को स्थानीय प्रशासन का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। बैठक में राज्यपाल सचिवालय के विशेष कार्य पदाधिकारी,विश्वविद्यालय अहमद महमूद सहित अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।