बिहार
पुलवामा हमला: शहीद रतन कुमार ठाकुर के गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
By Deshwani | Publish Date: 15/2/2019 12:42:36 PMभागलपुर। पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवान रतन कुमार ठाकुर के गांव भागलपुर जिले के अमडण्डा और लालूचक भट्टा स्थित किराये के घर में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। शहीद जवान की गर्भवती पत्नी राजनंदिनी देवी, पिता निरंजन कुमार ठाकुर सहित अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। सबसे खराब स्थिति शहीद जवान के पत्नी की है।
आतंकी हमले के पहले गुरुवार को दिन में पत्नी के पास रतन का फोन आया था कि श्रीनगर जा रहा हूं। वहां पहुंचकर शाम को फोन करूंगा लेकिन उनका फोन नहीं आया। पत्नी ने फोन किया तो स्वीच ऑफ मिला। रतन का परिवार मूल रूप से कहलगांव के आमडंडा थाना के रतनपुर गांव का रहने वाला है लेकिन अभी भागलपुर शहर के लोदीपुर मोहल्ले में किराए के मकान में रहता है। घर पर जवान की पत्नी राजनंदिनी देवी और चार साल का बेटा कृष्णा है। राजनंदिनी फिर मां बनने वाली है।
पिता निरंजन कुमार ठाकुर ने बताया कि शाम को बेटे के फोन का इंतजार हो रहा था तबतक उधर से सात बजे शाम को कंपनी कमांडर का फोन आया। उन्होंने रतन का फोन नम्बर मांगा। पिता और पत्नी का नाम पूछा। इधर से पूछा गया कि क्या बात है तो उन्होंने कहा कि कुछ पता लगाना है। इसके बाद पिता ने रतन के नम्बर पर फोन किया तो स्वीच ऑफ मिला। फिर उनलोगों ने टेलीविजन पर देखा कि आतंकवादी हमले में कई सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए हैं। उसके बाद वे लोग डर गए। उन्होंने सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर से फोन पर बात की, लेकिन उन्होंने
कहा कि उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। पिता ने बताया कि तीन दिन पहले रतन महाराष्ट्र से ट्रेनिंग लेकर जम्मू लौटे थे। बुधवार को श्रीनगर जा रहे थे। यहां वे दो साल से तैनात थे। वर्ष 2011 में वे सीआरपीएफ में बहाल हुए थे। इसके पहले झारखंड के गढ़वा और छत्तीसगढ़ में रह चुके थे।