22 डेबिट कार्ड के साथ एटीएम फ्रॉड सरगना दीपक अपने दो सहयोगियों के साथ मोतिहारी में पकड़ाया
मोतिहारी। पूर्वी चम्पारण की पुलिस ने एटीएम फ्रॉड के सरगना पंकज सहनी को छतौनी स्थित एक दुकान से घर दबोचा है। इसके दो अन्य साथियों को भी पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है। गिरफ्तार तीनों फ्रॉड साइंस विषय में स्नातक की डिग्रीधारक हैं। इनके पास से पुलिस ने अलग-अलग बैंक के 22 डेबिट कार्ड जब्त किए हैं। पुलिस ने इनके 45 अन्य सहयोगियों पर प्राथमिकी दर्ज की है। नगर, छतौनी व बंजरिया थाना में कुल 23 एटीएम फ्रॉड के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और एक टीम गठित कर इन्हें दबोचा गया है।
गिरफ्तार साइबर व एटीएम फ्रॉड-
1 पंकज सहनी- पन्नापुर, मुजफ्फरपुर
2 अनिकेत कुमार- किशुनपुर, कांटी, मुजफ्फपुर,
3 राहुल कुमार- रामनगर, सकरा, मुजफ्फपुर
पुलिस ने पहले अनिकेत व राहुल को किया था गिरफ्तार-
पुलिस ने पहले अनिकेत व राहुल को पकड़ा था। इनदोनों की निशानदेही पर ही पंकज गिरफ्तार हो सका है।
पंकज बन चुका है बेशुमार धन का मालिक-
सदर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी ने बताया कि जांच के बाद पता चला है कि एटीम हेराफेरी कर वह अकूत संपत्ति का मालिक बन चुका है। उसने तीन शादियां की हैं। पंकज का मुजफ्फरपुर के पन्नापुर में आलीशान मकान का भी है। पंकज वर्ष 2010 से ही साइबर फ्रॉड के काम में जुटा हुआ है। इसने बजाप्ता अपना एक सिंडिकेट बना लिया है।
45 सदस्य रोज एक जगह इकट्ठा होकर करते कामों का बंटवारा-
पंकज की टीम में 45 सदस्य हैं। ये राेज मुजफ्फरपुर में नियत जगह पर इकट्ठा होते हैं। यहीं पर इनके कामों को बंटवारा होता है। रुपये उड़ाने के बाद फिर एक जगह एकत्रित होते हैं। यहीं पर धन का बंटवारा होता है।
बुढ़े, महिलाओं व किशोरों को बनाते हैं अपना शिकार-
डीएसपी श्री मांझी ने बताया कि ये एटीएम में ग्राहक की भेष में जमा होकर आर्टिफिशियल भीड़ बनाते हैं। बुढ़े, महिलाओं व किशोर ग्राहक को देखकर सहायता करने का ढ़ोंगकर उनका एटीएम बदल लेते है। फिर शीध्र ही दूसरे एटीएम मे जाकर रुपये निकाल लेते हैं।