हजारों श्रधालुओं की कलशयात्रा के साथ श्री शतचंडी 9 दिनी महायज्ञ आरंभ, 17 वें वर्ष में हो रहा भव्य आयोजन
मोतिहारी। पीपराकोठी। माला सिन्हा।
पीपराकोठी थाना के जीवधारा स्थित रामजानकी मंदिर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीशतचण्डी महायज्ञ का शुभारंभ मंगलवार को भव्य रूप से निकली कलश यात्रा के साथ किया गया। गाजे-बाजे के बीच निकली यात्रा में श्रद्धालु पूरी तरह भक्ति के सागर में डूबे नजर आए। इस दौरान हजारों की तादाद में भक्तों के साथ कुँवारी कन्याएं यज्ञ स्थल से गाजे बाजे के साथ निकले। श्रधालुओं जीवधारा, किशुनपुर, पंडितपुर, वीरछपरा व पीपरा कोठी होते हुए मतवाली नदी पहुंचे। यहां से श्रधालु का जत्था चांदसरैया स्थित मतवाली नदी तट पर पहुंचा। जहां आचार्य पंडित आशुतोष दत्त परासर व महामिया दत्त परासर के मंत्रोच्चार के बीच कलश में जल भराया गया। उसके बाद यात्रा पुन: मोहनापुल व अड्डा बजार होते हुए वापस यज्ञ स्थल पर लौट गये।
यज्ञ में शामिल हो रहे दूर-दूर के ज्ञानी संत महात्मा व मेले में रहेंगे खेल-तमाशे वाले भी-
यज्ञ स्थल पर पूजन के उपरांत कलश स्थापित कराया गया। महायज्ञ के संबंध में समिति के संरक्षक रामदेव गिरि व अध्यक्ष रामबाबू सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बार का 17 वां वर्ष है। बताया कि यज्ञ नौ दिनों तक चलेगा। इस यज्ञ को क्षेत्र के लोगों के सहयोग से किया जा रहा है. कहा कि इस वर्ष दूर-दूर के ज्ञानी संत महात्मा को बुलाया गया है। जिनके द्वारा भजन व प्रवचन कार्यक्रम होगा तथा खेल-तमाशे वालों को बुलाया गया है।
इलाके के लोगों का मिल रहा सहयोग-
मौके पर सचिव भोलाशंकर जायसवाल, कोषाध्यक्ष मदन प्रसाद जायसवाल, दीपक पांडेय, श्यामकिशोर यादव, मुरारी कुमार, आलोक जायसवाल, राजेश प्रसाद कुशवाहा, सुरेन्द्र प्रसाद यादव, आसदेव प्रसाद, सुरेन्द्र गिरि, पप्पू जायसवाल, तारकेश्वर गिरि, सुधीर पटेल, सन्देश्वर पांडेय व राजन कुमार सहित समिति कई सदस्य मौजूद थे।