पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास प्रबंधन संस्थान के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विकास का मतलब होता है, न्याय के साथ विकास। सबका एक समान विकास होना चाहिए। ऐसा विकास जिसका लाभ हर क्षेत्र और सभी लोगों को मिले। पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचे। आज बात होती है कि अमुक गांव को मॉडल बनाया जाएगा। इससे क्या होता है? हर गांव मॉडल बने, यह विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरीकरण की बात होती है, लेकिन बिहार में इसका प्रतिशत कम है। मेरा मानना है कि गांव में ही शहर जैसी सुविधाएं बहाल कर दी जाएं। शहर हो या गांव, हर घर में नल का जल, हर घर को बिजली, हर गली और नाली का पक्कीकरण किया जा रहा है।
नीतीश कुमार ने कहा कि हरेक का समग्र विकास विकास होना चाहिए। गांधीजी के विचार और दर्शन को 10 से 15 प्रतिशत भी अपना लें तो देश बदल जायेगा। मुख्यमंत्री कल विकास प्रबंधन संस्थान के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले मुख्यमंत्री ने संस्थान के 24 छात्रों को डिप्लोमा का प्रमाणपत्र दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास किसी एक या खास का नहीं होना चाहिए। समाज के हर हिस्से और हर व्यक्ति का होना चाहिए। सभी को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए काम होना चाहिए। सरकार इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना के साथ-साथ बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सभी सेक्टर में विकास होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधारभूत संरचना का निर्माण ऐसा हो कि उसमें पर्यावरण का भी ध्यान रखा जाये।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा सबके प्रति जागरूक रहना होगा। अक्षर व कंप्यूटर ज्ञान के साथ-साथ बुनियादी ज्ञान भी होना चाहिए। अगर पीने के लिए शुद्ध पानी मिले और खुले में शौच बंद हो जाये तो 90 प्रतिशत बीमारी से मुक्ति मिल जायेगी।