जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अनेक भागों में भारी बर्फबारी, उत्तर भारत में भी शीतलहर का प्रकोप
नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई भागों में शीत लहर का प्रकोप जारी है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अनेक भागों में वर्षा और बर्फबारी के कारण तापमान नीचे आ गया है। आज दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तरी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में हाल में हुए हिमपात और भारी बारिश के बाद स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बर्फीले तूफान और भूस्खलन से सावधान रहने को कहा गया है।
चंबा के उपायुक्त विवेक भाटिया ने बताया कि लोक निर्माण विभाग कर्मी और मशीनी उपकरण बर्फ से ढकी सड़कों को यातायात के लिए साफ करने के काम में लगी हैं। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम जारी है। लोकप्रिय पर्यटक स्थल शिमला, मनाली, डलहौजी और कुफरी में पूरी रात बर्फबारी होती रही। डलहौजी में राज्य की सबसे अधिक साठ सेंटीमीटर बर्फबारी हुई।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार तीसरे दिन बंद होने के कारण कश्मीर घाटी का संपर्क देश के अन्य भागों से कटा रहा। मैदानी इलाकों सहित घाटी के अधिकांश भागों में बर्फबारी जारी रही। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के लिए हैलीकॉप्टर और रोपवे सेवा खराब मौसम के कारण लगातार दूसरे दिन भी बाधित रही।
राजस्थान में भी शीत लहर जारी है। माउंट आबू में सबसे कम तापमान दो दशमलव दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उधर उत्तर प्रदेश में वर्षा और ओलावृष्टि के कारण कल तापमान में काफी गिरावट आई। शाहजहांपुर और मुरादाबाद में सबसे अधिक नौ सेंटीमीटर वर्षा दर्ज हुई। मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में बिजली गरजने के साथ आंधी-तूफान आने की संभावना है। उत्तरी मध्य प्रदेश, बिहार, तटीय ओडिसा, दक्षिणी असम, मेघालय, मणिपुर और मिजोरम में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा।
तमिलनाडु के कुछ भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा के मद्देनज़र मौसम विभाग ने इस वर्ष राज्य के पूर्वोत्तर इलाकों में सामान्य वर्षा का अनुमान जताया है। क्षेत्रीय चक्रवात चेतावनी केंद्र के निदेशक एन पूवियारासन ने कहा कि एक अक्तूबर से राज्य में 43 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जोकि सामान्य से मात्र एक सेंटीमीटर कम है।